यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ-कहाँ, है संतोषी माँ! अपनी संतोषी माँ-२ जल में भी थल में भी, चल में अचल में भी, अतल वितल में भी माँ। अपनी संतोषी माँ-२ बड़ी अनोखी चमत्कारिणी, ये अपनी माई राई को पर्वत कर सकती, पर्वत को राई द्धार खुला दरबार खुला है, आओ बहन भाई इस
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में भेस निराला, जय हो, पीए भंग का पायला, जय हो सर जटा चढ़ाये, जय हो, तन भसम लगाए,
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, कृष्णा मेरा सुपरस्टार, सूरज चाँद सितारे गाते, नंदलाला की जय जयकार॥ वृन्दावन में है रहता कन्हैया कृष्ण कहे तो कोई बंसी बजैया इसका दरबार… नंदलाला की जय जयकार॥ थोड़ा थोड़ा गोरा थोड़ा थोड़ा काला चंदा मामा से भी प्यारा कहना है हमारा इसके बाल… नंदलाला की जय जयकार॥ गैया चराये कभी
लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से, उसे भोले शंकर ने अपना बनाया। खुले उस पे सब द्वार शिव की दया के, जो श्रद्धा से भोले के मंदिर में आया॥ हर हर हर महादेव की जय हो। शंकर शिव कैलाशपति की जय हो॥ चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो, शिव जी के चरणों
सुखकर्ता दु:खहर्ता वार्ता विघ्नाची। नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची॥ सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची। कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥ जय देव, जय देव जय मंगलमूर्ती। दर्शनमात्रे मन कामना पुरती॥ रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा। चंदनाची उटी कुमकुम केशरा॥ हिरेजडित मुकुट शोभतो बरा। रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥ जय देव जय देव… लंबोदर पीतांबर फणिवरबंधना। सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना॥ दास
बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी कहाँ छुपे, दर्शन दीजो शरण में लीजो, हम बलहारी कहाँ छुपे। बांके बिहारी कृष्ण मुरारी… आँख मचोली हमें ना भये, जग माया के जाल बिछाये, रास रचा कर बंसी बजा कर, धेनु चारा कर प्रीत जगा कर, नटवर नागर निष्ठुर छलिया, लीला न्यारी कहाँ छुपे। बांके बिहारी कृष्ण मुरारी…
लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण तेरी, जाने कहा कहा पर भटका तेरा दीवाना, दर ये तुम्हारा बाबा मेरा आखिरी ठिकाना, जिसपे किया भरोसा उसने ही आंख फेरी, लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मुझे थाम ले दुखो से, आया हु हार करके, थक
शिवाय शिवाय शिवाय शिवाय कान कुण्डल तेरे गले में काला नागा हाथ में त्रिशूल तेरे त्रिशूल पे डमरू साजा सर से बहती गंगा सर पे है तारा चंदा तुझसे है दुनियाँ चलती तू है दुनिया का राजा दू है दुनियाँ का राजा महादेवा महादेवा भूतों के राजा देवों के देवा तू ही अनंत है तू
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा-२ श्याम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा-२ नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा। तूं ही नटवर तूं ही नागर-२ तूं ही बाल गोविन्दा, भजो रे मन गोविंदा-२ नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा। सब देवन में कृष्ण बड़े हैं-२ ज्यों तारा विच चंदा, भजो रे
गोपाल मुरलिया वाले, नंदलाल मुरलिया वाले, (गोपाल मुरलीया वाले, नंदलाल मुरलिया वाले) श्री राधा जीवन नीलमणि, गोपाल मुरलिया वाले। गोपाल मुरलीया वाले, नंदलाल मुरलिया वाले, श्री राधा जीवन नीलमणि, गोपाल मुरलिया वाले॥ जिन्हे देखने के लिए हम, जिए जा रहे है, वे पर्दे पे पर्दा, किए जा रहे है। मैं मर तो लिया होता, कब