Author: Mohit Kumar

मन धीर धरो, घबराओ नहीं,Verified Lyrics  

मन धीर धरो, घबराओ नहीं, भगवान मिलेंगे, कभी न कभी -2 मन धीर धरो… फूलों में नहीं, कलियों में नहीं, काँटों में मिलेंगे, कभी न कभीं, मन धीर धरो… सूरज में नहीं, चंदा में नहीं, तारों में मिलेंगे, कभी न कभी, मन धीर धरो… गंगा में नहीं, यमुना में नहीं, सरयू में मिलेंगे, कभी न

म्हारा खूब सज्या रे दीनानाथ, म्हारा मन मोह लिया,Verified Lyrics  

म्हारा खूब सज्या रे दीनानाथ, म्हारा मन मोह लिया, म्हारी तो राधिका भोरी भारी, म्हारा नटखट दीनानाथ, म्हारी तो राधिका गोरी गोरी, म्हारा कारो कारो दीनानाथ, म्हारा मन मोह लिया, म्हारा खुब सज्या रे दीनानाथ। म्हारी तो राधिका राजदुलारी, म्हारा ग्वाला दीनानाथ, म्हारा ग्वाला दीनानाथ, म्हारा मन मोह लिया, म्हारी तो राधिका नथरी वाली, म्हारा

जरा ये तो बता घाटे वाले, तेरा जलवा…Verified Lyrics  

जरा ये तो बता घाटे वाले तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है नजरो में है तेरा नजारा तेरा रुतबा भी कुछ कम नहीं है जरा ये तो बता घाटे वाले…. आँख वालों ने है तुमको देखा कान वालों ने तुमको सुना है तेरा जलवा उसी ने है देखा जिनकी आँखों पे परदा नहीं है जरा

तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ।Verified Lyrics 

तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ। मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ॥ अरे रसिया, ओ मन वासिया, मैं इतनी दूर से आयी हूँ॥ सुना है श्याम मनमोहन, के माखन खूब चुराते हो। उन्हें माखन खिलने को मैं मटकी साथ लायी हूँ॥ सुना है श्याम मनमोहन, के गौएँ

ज़माने की खाई है ठोकर हज़ार,Verified Lyrics  

ज़माने की खाई है ठोकर हज़ार, सहारा तेरा सांवरे, हारा हुआ हूँ आया तेरे द्वार, सहारा तेरा सांवरे।। दुनिया ने मारा है हमको ताना, दर पे खड़ा है तेरा दीवाना, है तेरे भरोसे मेरा कारोबार, सहारा तेरा सांवरे।। तुमको ही पूजा तुमको ही चाहा, तुमको ही जाना तुमको ही माना, कि मेरी भी नैया को

सुन श्याम सखा मेरे, जीवन को सरल कर दो,Verified Lyrics  

सुन श्याम सखा मेरे, जीवन को सरल कर दो, मजधार में जीवन है, थोड़ा तो रहम करदो, सुन श्याम सखा मेरें, जीवन को सरल कर दो।। ना उमर कि सीमा हो, काटो जन्मो का बंधन, तेरे चरणों में बीते, मेरा हर एक श्याम जनम, चरणों से लगाकर श्याम, भक्ति का लहर भर दो, सुन श्याम

तुम मेरी राखो लाज हरि,

तुम मेरी राखो लाज हरि, तुम जानत सब अन्तर्यामी, करनी कछु ना करी तुम। मेरी राखो लाज… अवगुन मोसे बिसरत नाहिं, पलछिन घरी घरी, सब प्रपंच की पोट बाँधि कै, अपने सीस धरी। तुम मेरी राखो लाज… दारा सुत धन मोह लिये हौं, सुध-बुध सब बिसरी, सूर पतित को बेगि उबारो, अब मोरि नाव भरी।

सन्त कहे हरि-भजन करों रे…Verified Lyrics 

टेर:- सन्त कहे हरि-भजन करों रे, लोग मरे रुपियाँ ताईं। हाय रुपैया होय रुपैया, आग लगी सब जग माही।। खाऊ-खाऊं करे रात दिन, धर्म-करम शुभ छोड़ दिया। नाशवान का लिया सहारा हरि से नाता तोड़ दिया।। उपजा दोश यही से सारा फल लागे अति दुःख दाई।। हाय…. घर-त्यागी क्या ग्रहस्थी देखो, लोलुपता सबके लगी। अन्न-वस्त्र

साईं नाम की धुन लागी,Verified Lyrics  

साईं नाम की धुन लागी, मन है साईं मतवाला, दिन रात करूँ भक्ति, दिन रात करूँ भक्ति, तू शक्ति देने वाला, साईं नाम की धुन लागी, मन है साई मतवाला।। तू ही मेरा स्वामी हैं, तू ही है मेरा दाता, भक्ति मेरा जीवन है, भक्तो से तेरा नाता, मैं तेरी शरण में हूँ, तू हैं

हम है वृंदावन के वासी, हम राधे राधे गाते है,Verified Lyrics  

हम है वृंदावन के वासी, हम राधे राधे गाते है, हम है वृन्दावन के वासी।। श्री राधा राधा कहने से, राधा कृपा बरसाती है, मिल जाते है कुञ्जबिहारी जी, जीवन की प्यास बुझ जाती है, हम भोर भए वृन्दावन की, परिक्रमा रोज लगाते है, हम है वृन्दावन के वासी…. आनंद नहीं वृन्दावन सो, यहाँ बांके