तर्ज : ऐसी मस्ती कहाँ मिलेगी…. ॥टेर॥ हे हनुमान ग्यान गुण सागर,सुनो विनय अब मेरी, नाथ करो ना देरी-2, तेरे भरोसे बैठा देखें, कब से राह तुम्हारी, ले लो सुधी हमारी-2 हाथ में घोटा लाल लंगोटा, उर में राम बिराजे, कंचन वरण केशरी नन्दन, कानन कुण्डल साजे, राम रमापती के पायक मैं, जाऊँ तुम पर
तर्ज:- मैने रंगा बसन्ती चोला कार्तिक की ग्यारस आई, बरसे अमरित की धार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार, बड़भागी है पांडवकुल, जो मंगल बेला आई, ये दादा भीमबली भी, बांटे है आज बधाई, कोयलिया झूम के गाए, नाचे सारा संसार, मां अहलवती के आंगणिये में श्याम लियो अवतार।। सूरज सा तेज है
तर्ज़:- ये तो सच है कि भगवान हैं सारे संकट जो पल में हरे, रखता सबका सदा मान है। हारे का जो सहारा बना, खाटू वाला मेरा श्याम है।। लीले पर बैठकर, लगता प्यारा बड़ा, जब मुसीबत पड़े, सबसे पहले खड़ा, तीन बाणों को ले, वो तो रण में चला, साथ हारे का देने, का
तर्ज : मोरिया आच्छो बोल्यो रे… बोलिया, पित्तर जी म्हारै घर में, बोलिया बै तो हरदम हाजिर-2, खड़या है म्हारै साथ। बोलिया, पित्तर जी… बोलिया, पित्तर जी चौखी चौखी, बात जी… म्हारै मन का सारा-2, दूर करें है विकार। बोलिया, पित्तर जी… बोलिया, पित्तर जी धरम करम थे सब करो… थारो धरम करयोड़ो-2 जासी थारै
सारी दुनियां की तूं है सरकार, की आजा मैया शेरावालिए। सच्चा जग में है केवल तेरा द्वार, की आजा मैया शेरावालिए॥ में तोड़ के बंधन सारे, आ बैठा हूं तेरे द्वारे। मेरे सिर पर हाथ फिराकर, मां कर दे वारे न्यारे। तूने तो भरे है सबके भंडार, की आजा मैया शेरावालिए॥ सारी दुनियां की तूं
घर में आओ लक्ष्मी माता, आओ पधारो श्री गणराजा। घर में आओ लक्ष्मी माता, आओ पधारो श्री गणराजा॥ दीवाली का त्यौहार आया, हमने घर को दीपो से सजाया। माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना, सबके घर में चरण धर जाना॥ घर में आओ लक्ष्मी माता। आओ पधारो श्री गणराजा॥ धन की देवी
धारा तो बह रही है श्री राधा नाम की, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, हम हो गए दीवाने श्री राधा नाम के, धारा तो बह रही हैं श्री राधा नाम की। सूझे कुछ और नाही वृन्दावन धाम के, सुझे कुछ और नाही श्री राधा नाम के। धारा वो बह गई हैं श्री
तर्ज :क्या मिलिये ऐसे लोगों से.. साँचे मन से पितृ देव के, चरणों में करना फरियाद, ऋतु अनुसार ही दान-धर्म हो, तब ही मिलेगा आशीर्वाद, कलश घड़े का दान करो, ग्रीष्म ऋतु में जल की सुराही, ए.सी. कूलर फ्रीज पॅखा दे, पित्तरों का सम्मान करो, शीतल मन से ब्राह्मण देवा, दे देवेंगे आशीर्वाद। ऋतु अनुसार…..