खडगम चक्र गदेशु चाप परिघन शूलं बुशुंडीम शिरः शंखं संडा धातिम करे स्त्रिनयनम सर्वांगा भूषापतन जय माँ काली जय माँ काली जान चाहे लेनी पड़े जान चाहे देनी पड़े बली हम चढ़ाएंगे जय काली जय काली नाश दुष्ट का करने वाली…2x जय माँ काली जान चाहे लेनी पड़े जान चाहे देनी पड़े बली हम चढ़ाएंगे
तू ही फ़कीर, तू ही है राजा तू ही है साईं, तू ही है बाबा साईनाथ, साईनाथ ।।१।। साईनाथ तेरे हजारों हाथ। साईनाथ तेरे हजारों हाथ।। जिस जिस ने तेरा नाम लिया तू हो लिया उसके साथ साईनाथ, साईनाथ ।।२।। इत देखूं तो तू लागे कन्हैया उत देखूं तो दुर्गा मैया नानक की मुस्कान है
ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तक़दीर बनती है तारीफ़ तेरी निकली है दिल से आई है लब पे बन के क़व्वाली शिरड़ी वाले साईँ बाबा आया है तेरे दर पे सवाली लब पे दुआएँ आँखों में आँसू दिल में उम्मीदें पर झोली खाली शिरड़ी वाले … ओ
जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा। सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा॥ ॥ॐ जय…॥ रतन जड़ित सिंहासन, अदभुत छवि राजे। नारद करत नीराजन, घंटा वन बाजे॥ ॥ ॐ जय…॥ प्रकट भए कलिकारण, द्विज को दरस दियो। बूढ़ो ब्राह्मण बनकर, कंचन महल कियो॥॥ ॐ जय…॥ दुर्बल भील कठोरो, जिन पर कृपा करी। चंद्रचूड़ एक राजा, तिनकी
बम भोले, बम भोले, बम बम बम यही वो तंत्र है, यही वो मन्त्र है प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम – बम भोले…. कभी योगी कभी भोगी, कभी बाल ब्रह्मचारी कभी आदि देव, महादेव, त्रिपुरारी कभी शंकर, कभी शम्भू , कभी भोले भंडारी नाम अनंत तोरे जग बिलहारी शिव का नाम लो, सुबह
जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी माँ शेरा वालिये, तेरा शेर आ गया। अपने खून से नहलाने, तेरा बेटा आ गया। माँ शेरा वालिये, तेरा शेर आ गया, अपने खून से नहलाने, तेरा बेटा आ गया जय माता दी, जय माता दी, जय
माता रानी का प्यारा भजन जय माता दी बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी । भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥ प्यारा सजा….. ऊँचे पर्वत भवन निराला । आके शीश निवावे संसार, भवानी ॥ प्यारा सजा….. जगमग जगमग ज्योत जगे है । तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी ॥ तेरे भक्तों की लगी
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।। जय गणेश ।। एकदन्त दयावन्त चार भुजा धारी। माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी।। जय गणेश ।। पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डुअन का भोग लगे सन्त करे सेवा।। जय गणेश ।। अँधे को आँख देत कोढ़िन को काया बाँझन
दोहा : गौरा जी के लाडले, तुम सबके आधार। प्रथम मनावें आपको, तो हो जाये बेड़ा पार।। तेनुं पूज रहे मिल सारे, गणपति बप्पा मोरेया। तेरा जग विच चानण सारे, गणपति बप्पा मोरेया।। आदि गणेश, ब्रम्हा, विष्णु मनावें शिव शंकर वी तेरा यश गावें मैया गौरा दी अखाँ दे तारे। – गणपति बप्पा मोरेया.. गुणीजन,
सीताराम सीताराम सीताराम कहिये। जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये।। मुख में हो राम-नाम राम सेवा हाथ में। तू अकेला नहीं प्यारे राम तेरे साथ में।। विधि का विधान जान हानि-लाभ सहिये। जाहि विधि…… किया अभिमान तो फिर मान नहीं पायेगा। होगा प्यारे वही जो श्रीरामजी को भायेगा।। फल आशा त्याग शुभ कर्म करते