म्हारे घर आँगन में आ जाइयो, महावीर हनुमान

म्हारे घर आँगन में आ जाइयो, महावीर हनुमान महावीर हनुमान- मैं थारो सेवक हूँ नादान केवड़ा गुलाब सुं स्नान कराऊँगा अंग-अंग थारे म्हैं सिंदूर लगाऊगा लाडू चूरमे गो भोग लगा जइयो – महावीर हनुमान लाल लंगोटो ध्वजा नारियल चढ़ाऊंगा फेर थारे माथे पे तिलक लगाऊंगा म्हारो आके मान बढ़ा जइयो – महावीर हनुमान अजंनी के

मुझे अपनी शरण में लेलो राम -२ लोचन मन में जगह न हो तो

मुझे अपनी शरण में लेलो राम -२ लोचन मन में जगह न हो तो युगल चरण में लेलो राम, मुझे… जीवन देके जाल बिछाया रच के माया नाच नचाया चिंता मेरी तभी मिटेगी -२ जग चिंतन लेलो राम, मुझे… तुमने लाखों पापी तारे मेरी बरी बजी हारे मेरे पास न पुण्य की पूंजी -२ पद

बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे,

बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए असुर सब मारे, सीता की सुध लेने खातिर, क्या से क्या कर डाला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला। पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे

घोटे वाले मुझे बुला ले, कर अर्जी मंजूर दिखा दे रूप तेरा

घोटे वाले मुझे बुला ले, कर अर्जी मंजूर दिखा दे रूप तेरा।।टेर।। सालासर में धाम तेरा, अजब निराली माया है। सुन्दर रूप अनूप तेरा, भक्तों को मन भाया है। भक्त गण आते भोग लगते, भीड़ रहे भरपुर।। दिखा दे रूप… अंग में चोला चाँदी का, गल में बैजंती माला है। मुकुट विराजे सोने का, लाल

सालासर के मंदिर में जाके देख ले खुल जायेंगे भाग,

सालासर के मंदिर में जाके देख ले खुल जायेंगे भाग, जरा आजमाके देख ले बोलो राम – बोलो राम – बोलो राम राम राम खुल जायेगे…. राजस्थान में गूंज रहा है सालसर को धाम जो भी शीष झुकावे तेरे, बनते उसके काम श्रद्धा की ज्योति उठा के, जगा के देख ले खुल जायेगे…. रामनाम का

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना ये सात समुन्दर लांग गए और गढ़ लंका मे कूद गए रावन को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना दुनिया मे देव हजारो

कलयुग बैठा मार कुंडलीVerified Lyrics 

कलयुग बैठा मार कुंडली, जाऊं तो मैं कहां जाऊं, अब हर घर में रावण बैठा, इतने राम कहां से लाऊं। दशरथ कौशल्या जैसे, मात पिता अब भी मिल जाये, पर राम सा पुत्र मिले ना, जो आज्ञा ले वन जाये, भरत लखन से भाई, ढूंढ कहाँ अब मैं लाऊँ, अब हर घर में रावण बैठा,

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना मुझे इसका गम नहीं है, बदलेगा यूँ जमाना मेरी जिंदगी के मालिक, कहीं तुन बदल न जाना मुझे रास आ गया… तेरी बंदगी से पहले, मुझे कोण जनता था तेरी याद ने बना दी, मेरी जिंदगी फ़साना

दोहा : बार बार विनती करूं मांगू वरदान।

दोहा : बार बार विनती करूं मांगू वरदान। मेरे बाबा बजरंग बालो दो भक्ति वरदान। चरणों में तेरे अरदास बालाजी पूरी करो भक्तो की आस बालाजी पूरी करो भक्तो…. बल ब्रह्मचारी राम जी के प्यारे हो अंजनी के लाल पवन के दुलारे हो केसरी कुमार रामदास बालाजी पूरी करो भक्तो…. चरणों में जो भी सवाली

ओ सालासर के सांवरिया, तेरे दर पर भिखारी आया है

ओ सालासर के सांवरिया, तेरे दर पर भिखारी आया है, आशा की झोली है कर में, तेरे द्वार पर अलख जगाया है। ओ सालासर के… भरते हो हजारों का दामन, तब ही प्रभु राम कहाए हो, मैं दीन अनाथ हूँ, श्याम प्रभु, भर दो मेरी खाली झोली। ओ सालासर के… मेरा निश्चय है बस एक