ओ बाबा … हए ओ बाबा, तुमसे नहीं है, कोई शिकवा गिला-2 मुझको, जो कुछ मिला हो.. ओ .. मुझको, जो कुछ मिला हो, तेरे दर से मिला ओ बाबा … बन के मन का मीत, मेरे मुझको मिला तू तुमने पोंछ डाले, मेरी अँखियो के आंसू।-2 ओ बाबा हायए … ओ बाबा, सर पे
जा रे कबूतर खाटू में, मेरे श्याम ने कर दे बेरा। हरियाणे का जाट खेत में, नाम रटे से तेरा। वो बोले श्याम श्याम श्याम जपे वो श्याम श्याम श्याम।। पांच अमावस, ग्यारह ग्यारस, खाटू शीश झुकाया। क्या गलती हो गयी मेरे से, मुझको ना अजमाया। लगा के धुना बैठ गया, अब तन्ने उलहाने दे
रथड़ो धीरे धीरे हाको, सांवरा वृन्दावन ले चाल। वृन्दावन ले चाल सांवरा, वृन्दावन ले चाल। रथड़ो धीरे धीरे हाको,सांवरा वृन्दावन ले चाल-2 रथडो म्हारो रंग रंगीलो, पहिया चकरी दार। बैठण आली राधिका जी, हांके नंद जी रो लाल। रथड़ो धीरे धीरे हाको, सांवरा वृन्दावन ले चाल। वृन्दावन ले चाल सांवरा, वृन्दावन ले चाल। रथड़ो धीरे
लगाया जयकारा ऐसा, सुनाई दे गया उसको। लगी है भीड़ भक्तों की, दिखाई दे गया उसको। हम बाराती बाबा, हम बाराती बाबा, दूल्हा बनने वाला है। पगड़ी बांध रहा है, नीले चढ़ने वाला है। सब झूमो नाचो वो आने वाला है, पगड़ी बांघ रहा है नीले चढ़ने वाला है। सब झूमो नाचो हमारी किस्मत तो
रंग दे रे हनुमान, राम रंग रंग दे रे रंग दे अंजनी के लाल, राम रंग रंग दे रे रंग दे रे हनुमान राम रंग रंग दे रे राम के रंग में ऐसा रंग रंग दे भक्ति भाव का मुझको रंग दे मैं तो जपूँ सुबह और शाम राम रंग रंग दे रे हाँ रंग
इतनी किरपा बालाजी, बनाये रखना, मरते दम तक सेवा में, लगाये रखना।। तू मेरा मैं तेरा बाबा, तू राजी मैं राजी (बाबा तू राजी..) तेरे नाम पे लिखदी मैंने, इस जीवन की बाजी (बाबा इस जीवन..) लाज तुम्हारे हाथ है, बचाए रखना, मरते दम तक सेवा में, लगाये रखना, इतनी किरपा बालाजीं, बनाए रखना, मरते
स्वागतम् कृष्णा शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् सुस्वागतम् शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् सुस्वागतम् शरणागतम् कृष्णा, स्वागतम् कृष्णा शरणागतम् कृष्णा।। अभी आता ही होगा सलोना मेरा, हम राह उसी की तका करते हैं, कविता-सविता नहीं जानते हैं, मन में जो आया सो बका करते हैं।। पड़ते उनके पद पंकज में, चलते-चलते जो थका करते हैं, उनका रस रूप पिया
बन्दे अब छोड़ दे हड़बड़ी, श्याम भज ले घड़ी दो घड़ी। हो, जीत जाएगा तू हर कदम पर, इसकी नजरें जो तुझपे पड़ी, श्याम भज ले घड़ी दो घड़ी। बन्दे अब छोड़ दे हड़ बड़ी, श्याम भज ले घड़ी दो घड़ी। झूठी दुनियाँ से रिश्ता है क्या, हँसतो को रुलाती हैं, उस वक़्त हमें बाबा,
सालासर दे बालाजी किस नु ना खाली मोड दे तुसी भग्ता दी शान बालाजी। तुसी चन्न तो भी प्यारे हो तुहानु अस्सी की दसिये साड्डी अंखिया दे तारे हो। दरबार हजारा ने पर तुहाड़े दर वरगा कित्थे होर ना नज़रा वे। कानू लारे लायी जाने ओ अस्सी तुआढ़े अपणे आ कानू चक्कर चे पाई जाने