भगता के सागे कीर्तन में, खाटू वालो नाच रहयो-२ ठुमक – ठुमक कर बड़ा चाव से, बाबो घुमर घाल रहयो। भात भात का इतर लगाकर, श्याम धनि इतरावे-२ धीरे धीरे कदम मिलाकर, ताल से ताल मिलावे-२ स्वर्ग से सुन्दर बण्यो नजारो-२ हिवडे श्याम समाए रहयो। मोर छड़ी हाथा में लेकर, श्याम धनि खुद चाले-२ भगता
रो रो कर श्याम तुम्हे आवाज़ लगाता हूँ, क्यों सुनते नहीं मोहन मैं तुमको बुलाता हूँ। अपने इस सेवक पर इतना ना ज़ुल्म करो, कमज़ोर बड़ा हूँ मैं थोड़ा तो रहम करो। कैसे अब क्या मैं करूँ कुछ समझ ना पाता हूँ, क्यों सुनते नहीं मोहन मैं तुमको बुलाता हूँ। करके कोशिश लाखों आखिर मैं
मैं क्या था मैं क्या से क्या हो गया, ये तेरी किरपा का असर हो गया, देखती थी नजर जब ये चारो तरफ, कोई अपना ना था प्यार था बे असर, खो गई थी मेरे होठो से जब हसी, तूने ही सँवारे दी मुझे ज़िंदगी, मेरी हर बात पर मुस्कराया यहाँ, कोई मंजिल नहीं थी
मेरे श्याम बाबा सुनलो एक अरज ये मेरी, छोड के जाऊ जब मैं दुनिया, सांवरे पलक निहारू छवि तेरी। अन्तिम सांस हो जब सांवरिया, मुख से श्याम ही निकले, बुझ जाए दीपक जब जीवन का मेरे पाप मिटा दो, सारी बंदिशे मिटा दो तेरा धाम पाऊ जिंदगी घटा दो। कट दो कन्हैया मेरी, जनम जनम
मेरा बाबा कितना प्यारा है, ये प्यार तो हमसे करता है, झोली खुशियों से हम सबकी-२ मेरा श्याम दयालु भरता है, ओ मेरे बाबा, ओ श्याम बाबा-२ तेरी ग्यारस जब जब आती है, मुझे तेरी याद सताती है-२ तेरे दर्शन करने को बाबा, खाटू नगरी बुलाती है, ओ मेरे बाबा, ओ श्याम बाबा-२ जब भी
ओ बाबा लाज तू रखियो, रखियो, तेरे भरोसे हूँ, नजरों से दूर ना करियो करियो, तेरे भरोसे हूँ, मैं ही तेरा, तू है मेरा, सुन ले ओ मेरे साँवरे, मैंने जब से बाबा तेरे दर पे शीश झुकाया, हर मुश्क़िल मैं हर विपदा तूने साथ निभाया, शान से रहता हूँ मैं बाबा, देखें आज ज़माना,
श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे -3 प्रीत का धागा तुमसे बांधा, जन्म जन्म तक न टूटे श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे रहमत बरसे, तेरी..इ श्याम, जब तक साँस है, लू तेरा नाम , लू तेरा नाम -2 छोड़ के आया सब की चौखट, अब है सहारा, खाटू