हरि नाम का प्याला ज़रा पीजिये, फिर हरि हरि, हरि हरि, हरि हरि ही कीजिये ◾️ मेरा नन्द गोपाला, हरि हरि मेरा बंसरी वाला, हरि हरि मेरा मोहन कला, हरि हरि मेरा दीनदयाला, हरि हरि ◾️ हरि को भजे सो हरि का होए, हरि सम दूजा और ना कोई । डोरी साँसों की उसे सौंपिए,
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को फर्माऊ मैं जिस घडी मंदिर ए चौखट पे पहुँच जाऊँगा पकड़ मंदिर की झोली को यह फरमान गाऊंगा बन तितली मैं उडदी फिरां, किशोरी तेरे बरसाने श्री राधे राधे मैं गौन्दी फिरां, किशोरी तेरे बरसाने ◾️ किशोरी तेरे
कान्हा तेरे दर पे आई कान्हा तेरे दर पे सब सुख मोह को त्याग के मैं आई तेरे दर पे ओह कान्हा आई तेरे दर पे ◾️ तू जग दाता तू ही विधाता तू मंगलमय तू दुःख हरता तू रुख मोड़ दे चारो दिशा का तेरे दर पे मैं आई कान्हा ◾️ सारे जहां का
रूस ना जावीं मोहन मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे ◾️ चंगे माड़े असीं हां तेरे, माफ़ तू करदे अवगुण मेरे हाथ रहे तेरा सर ते मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे रूस ना जावीं मोहन मेरे… ◾️ अपने पराये ताने मारदे, वास्ते तैनू मेरे प्यार दे अपना बना ले प्रीतम मेरे, जीवन मेरा सहारे तेरे रूस
मुझे ऐसी लगानिया लगा दे, मैं तेरे बिना पल ना रहूँ ◾️ सामने बैठे रहो, दिल को करार आएगा जितना देखेंगे तुम्हे उतना प्यार आएगा दिल मे प्यार वाला दीप जला दे, मैं तेरे बिना पल ना रहूँ… ◾️ जैसे जल बिन मछली जी ना पाए ऐसे ही तड़पुं मैं तेरे लिए श्याम अपनी प्यारी
मेरे सांवरे सलोने कन्हैया तेरा जलवा कहाँ पर नही है, तेरा जलवा कहाँ पर नही है, तेरा जलवा कहाँ पर नही है, ◾️ कान वालो ने जाकर सुना है, आँख वालो ने जाकर के देखा। उनकी आँखो मे परदा पड़ा है जिस ने जलवा ये देखा नही है॥ ◾️ लोग पीते है पी पी के
पत्ता पत्ता श्याम बोलता पत्ता पत्ता श्याम बोलता||4|| ◾️ राधा नाम की लगाई फुलवारी के पत्ता पत्ता श्याम बोलता राधा नाम की लगाई फुलवारी के पत्ता पत्ता श्याम बोलता बोलो बररसाने वारी की जय हो प्रेम से बोलो राधे रानी की जय हो राधा नाम की जय हो राधा नाम की राधा नाम की लगाई
जय जय बरसाने वाली जय जय वृषभानु दुलारी तेरे जन्मो की तेरे जन्मो की तेरे जन्मों की भटकन मिटेगी तू राधे राधे बोल जरा तेरे जन्मों की भटकन मिटेगी तू राधे राधे बोल जरा तू राधे राधे बोल जरा तेरी नैया भंवर ना फसेंगी तू राधे राधे बोल जरा ◾️ राधा राधा नाम की तो
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में ||2|| आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में ||2|| आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में……… ◾️ आप भी आना संग राधा जी को लाना ||2|| आके दरश दिखाना हमारे हरी कीर्तन आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में आना श्री
मैं चिठिया लिख लिख हारी, कब आओगे बांके बिहारी नाथ कब आओगे, श्याम कब आओगे ◾️ पहले जै श्री श्याम लिखा है फिर चरणों में प्रणाम लिखा है मैंने चिठियों में चिठिया डाली नाथ कब आओगे… ◾️ दूजी चिठ्ठी में यह लिख डाला घर आओ नन्द के लाला तेरे भगतो ने बाट निहारी नाथ कब