थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, उपर घी की बाटकी, जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की॥ बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो, ऊके भरोसे बैठयो रहयो तो, भूखो ही रह जावैलो। आज जिमाऊं तैने रे खीचड़ो, काल राबड़ी छाछ की॥ थाली भरकर ल्याई रै… बार-बार मंदिर न जुड़ती, बार-बार में खोलती,
लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण तेरी, जाने कहा कहा पर भटका तेरा दीवाना, दर ये तुम्हारा बाबा मेरा आखिरी ठिकाना, जिसपे किया भरोसा उसने ही आंख फेरी, लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मुझे थाम ले दुखो से, आया हु हार करके, थक
क्यूँ घबराऊ मैं, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है, मेरी यह जीवन गाड़ी, मेरी यह जीवन गाड़ी, श्याम चलता है, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है-(2) जब जब मुझको पड़ती है दरकार, श्याम हमेशा रहता है तैयार-(2) श्याम ने मुझपे
किस्मत वालों को मिलता है, श्याम तेरा दरबार सच्ची सरकार तुम्हारी, सांचा दरबार। किस्मत वालों को… जो भी गया है श्याम प्रभु के द्वार, पाया उसने सांवरिये का प्यार। एक झलक जिसको भी, मिल जाये, महक उठे मन, बगिया खिल जाए। खाली झोली जो लाए, भरता भण्डार, किस्मत वालों को… कलयुग में बस एक सहारा
माँगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही, तेरी कृपा बनी रहे, जब तक है ज़िन्दगी। मांगा है मैंने श्याम से, वरदान एक ही। ________________________ जिस पर प्रभु का हाथ था, वो पार हो गया। जो भी शरण में आ गया, उद्धार हो गया। जिसका भरोसा श्याम पर, डूबा कभी नहीं। माँगा है मैंने श्याम
तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे, तुम्हारी कसम ज़िंदगी मिल गई, हमें देखने वाला कोई न था, तुम जो मिले बंदगी मिल गई, बचाते ना तुम डूब जाते कन्हैया, कैसे लगा…ते-किनारे पे नैया, गमें ज़िंदगी से परेशान थे, रोते लबो को हंसी मिल गई, समज के अकेला सताती है दुनिया, सितम पे सितम हम पे… ढाती
भर दे रे श्याम झोली भर दे भर दे, ना बहलाओ बातों में….।।1।। दिन बीते, बीती रातें, अपनी कितनी हुई रे मुलाकाते, तुझे जाना, पहचाना, तेरे झुठे हुए रे सारे वादे, भूले रे श्याम तुम तो भूले, भूले, क्या रखा हैं वादों में, भर दे रे…… ।।2।। नादान हैं, अंजान हैं, श्याम तू ही तो
जिसने तुझे भुलाया, उसने है सब गवाया, आयी है जब मुसीबत, कोई न काम आया। दुनिया बनाने वाले, मेरा वजूद क्या है, कर्जे की चंद साँसे, उसपे भी हक़ तेरा है। तूने धड़कने जो छीनी, सब ने किया पराया, जिसने तुझे भुलाया, उसने है सब गवाया। आकर जहाँ में तेरे, तेरे प्यार को न जाना,
प्रेमियों की जान लेती है बंदगी इम्तिहान लेती है सरल प्रेम करना निभाना कठिन है बड़ी राह आसान जाना कठिन है किसी को ह्रदय में बसाना कठिन है कहो अपना लेकिन बनाना कठिन है एक दिन बोले मदन मुरारी होव दर्द पेट में भारी रहे अकुलाई के …दवा तो कराओ वैध बुलाई के सुना हाल