मेरी दाती दिया सोहनीया सुंदर पहाड़िया ने, जिथे माता वसे जग दी दाता वसे, शेरावाली वसे जग दी वाली वसे, मेरी दाती दिया… सुंदर गुफा विच बैठी भवानी, विश्व दी मालिक वैष्णो रानी, राती दिने ओहदे खुले द्वारे, झोलियाँ भर लो भरे ने भंडारे। मेरी दाती दिया… भोली माँ दा ओथे भवन रंगीला, बूहे उते
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।।2।। ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये, मेहरा वालिये…….. तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।।2।। सारा जग है इक बंजारा..।।2।। सब की मंजिल तेरा द्वारा। ऊँचे पर्वत लम्बा रास्ता..।।2।। पर मैं रह ना पाया, शेरा वालिये….. तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं
भगतो को दर्शन दे गयी रे, इक छोटी सी कन्या।।2।। भगतो को दर्शन दे गयी रे, इक छोटी सी कन्या।।2।। भगतो ने पूछा मैया नाम तेरा क्या है, भगतो ने पूछा मैया नाम तेरा क्या है, वैष्णो माँ बता गयी रे, इक छोटी सी कन्या। भगतो को दर्शन दे गयी रे, इक छोटी सी कन्या।।2।।