रखी चरना दे कोल माएं नी मेरा होर ना कोई, बोल दे मिठड़े बोल माएं नी मेरा हो ना कोई, रखी चरना दे कोल… दर दर फिरियाँ सहारा नहियो मिलिया, जिन्दगी दी बेडी नु किनारा नहियो मिलिया, हो गया डावाडोल माएं नी मेरा होर न कोई। रखी चरना दे कोल… इक वारि जो भी तेरे
शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो, शनि मंदिर चलो। शाम वर्ण शनि चक्र भुजी है अस्त्र-शस्त्र
दोहा: माता जिनको याद करे, वो लोग निराले होते हैं। माता जिनका नाम पुकारे, किस्मत वाले होतें हैं। चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है। ऊँचे पर्वत पर रानी माँ ने दरबार लगाया है। – चलो बुलावा…. सारे जग मे एक ठिकाना, सारे गम के मारो का, रास्ता देख रही है माता, अपने आंख
मालिने बनादे एक सेहरा नी, सेहरा नी माता वैष्णो के आए नवराते। माता वैष्णो के आए नवराते नी, शेरावाली माँ के आए नवराते। दिल नाचता ख़ुशी से मेरा नी, मेरा नी माता वैष्णो के आए नवराते॥ मालिने बनादे एक सेहरा नी, सेहरा नी माता वैष्णो के आए नवराते। फूल श्रद्धा के होएंगे जब अर्पण, शुद्ध
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे, इतना दिया मेरी माता॥ मेरी बिगड़ी माँ ने बनायीं, सोयी तकदीर जगायी। ये बात ना सुनी सुनाई, मैं खुद बीती बतलाता रे। इतना दिया मेरी माता, मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे, इतना दिया मेरी माता… मान मिला सम्मान मिला, गुणवान मुझे संतान मिली। धन धान मिला नित ध्यान
ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय, शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय, ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ ◾️जब-जब डोले जीवन नैया शिव की महिमा गाओ, सारे जग के हैं वो रचैया शिव की शरण में आओ, संकट आये कष्ट रुलाए जब जब जी घबराए, ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः
अंत में निकला ये परिणाम, ये परिणाम, राम से बड़ा राम का नाम.. ◾️ सिमरिये नाम रूप बिनु देखे, कौड़ी लगे ना दाम. नाम के बांधे खिंचे आयेंगे, आखिर एक दिन राम. राम से बड़ा राम का नाम.. ◾️ जिस सागर को बिना सेतु के, लांघ सके ना राम. कूद गये हनुमान उसी को, लेकर
मैंने, सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना, बाकी है। मेरे, घर में कोई कमी नहीं, बस तेरा आना, बाकी है। मैंने, सब कुछ पाया दाती… जो, मेरे घर में, आओ माँ, मेरा घर तीर्थ, बन जाएगा। मैं, भी तर जाऊँगा मईया, जो आएगा, तर जायेगा। इज़्ज़त शोहरत, दौलत तो मिली, मेहरों का खज़ाना, बाकी