Tag: Moinuddin Manchala
बीरा बेगा आईज्यो जी, राम दे बेगा आईज्यो जी, थारी सुगणा जोवे बाट, रामदेव बेगा आईज्यो जी। अळगी म्हाने परणाई, ना लीनी सार संभाल। भूल गया क्यों म्हानें बीरा, मैणा दे रा लाल। बीरा बेगा आईज्यो जी, राम दे बेगा आईज्यो जी, थारी सुगणा जोवे बाट, रामदेव बेगा आईज्यो जी। दुखड़ा म्हाने देवे बीरा, पूंगल
दोहा राम गरीब नवाज हो, पथ के राखन हार, पथ राखी प्रहलाद की, गज की सुनी पुकार। म्हारा राम रघुनाथ, म्हारा राम रघुनाथ, इतरो वर तो दीजो म्हाने, नित उठ जोडु हाथ, इतरो वर तो दीजो म्हाने, नित उठ जोडु हाथ।। आतुनो तो खेत दीजो, बिच में दीजो नाडी नाडी-२ अरे घरवाली ने छोरो दीजो,
॥दोहा॥ आठ पहर चौसठ घडी, सिंवरू देवी तोय। पट मंदिर का खोल दे, मैया दर्शन देवो मोय॥ म्हाने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, मने दुर्गा रूप दिखा। आदि भवानी माँ जगदम्बा, सिंह सवारी बेगी आ॥ जनम जनम सु प्यासा म्हारा, नैण उडीके थाने। निशदिन सिंवरू माँ जगदम्बा, दर्श दिखावो माने। भगता री रखवाळी अम्बा, भगता
रुण झुण बाजे घूँघरा जी कोई, रुण झुण बाजे घूँघरा।-2 घोड़ी री खुरताल जी. … लीलेरी असवारी आवे, बाबे री असवारी आवे, आवे रामापीर जी रुण झुण बाजे घूँघरा जी कोई, रुण झुण बाजे घूँघरा॥ अरज करूँ अजमाल रा जी थाने अरज करूँ अजमाल रा कोई अरज करूँ अजमाल रा कोई अरज करूँ अजमाल रा