आन मिलो मोहे राम, राम मेरे। मन व्याकुल है, तन बेसुध है, अँखिओं में आ गए प्राण॥ तुम तो दुःख में छोड़ गए हो, तोड़ के हमसे नाता, मेरे लिए रघुवीर तुम्ही हो पिता बंधू और माता। तुम ही नहीं तो मेरा जीवन आएगा किस काम॥ आन मिलो मोहे राम, राम मेरे… जिस पथ से