ओ मेरी लक्ष्मी माता जग में माया तेरी अपरम्पार, शाम सवेरे आप की पूजा करता है सारा संसार, ओ मेरी लक्ष्मी माता जग में माया तेरी अपरम्पार… के माँ प्रगत हुई सागर से प्यारी तुम विष्णु भगवान की, इस दुनिया में सब को लालच आप के ही वरदान की, इक इशारा कर दे आप को
दे दे थोड़ा प्यार मैया, तेरा क्या घट जायेगा, ये बालक भी तर जायेगा। दे दे थोड़ा प्यार… दे दिया तुमने, सबको सहारा माँ, जो द्वारे आया है, भर दिया दामन, उसका ख़ुशी से माँ, जो अर्जी लाया है, मुझको देने से, मुझको देने से खजाना, कम नही हो जायेगा। ये बालक भी तर जायेगा,
ओ माँ जागो जागो शेरावाली, जागो मेहरा वाली, सवेरा हो गया है, सवेरा हो गया है। फूट रही सूरज की लाली, जागो ज्योतोवाली, सवेरा हो गया है, सवेरा हो गया है। जागो जागो शेरावाली, जागो मेहरा वाली, सवेरा हो गया है, सवेरा हो गया है। चहचाह रही चिडियो ने, छोड़ा माँ अपना बसेरा है, चहचाह
तेरी छाया में तेरे चरणो में, मगन हो बैठु तेरे भक्तों में॥ तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है-२ जिंदगी मिलती है रोतो को हसी मिलती है॥ तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है-२ जिंदगी मिलती है रोतो को हसी मिलती है॥ एक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है-२ हर एक जुबां तेरे
।।श्लोक।। माँ नाम लेना कोई शर्म नहीं है, इससे बड़ा तो कोई करम नहीं है, जिसमे माता की पूजा का जिक्र न हो, ऐसा तो दुनिया में कोई धर्म नहीं है। मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो, तेरी दया का हम सदा गुणगान करेंगे, तेरा ध्यान करेंगे। मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो। भक्तो
मेरी मैया की चुनरी कमाल है, (मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं) रंग सोणा सोणा लाल लाल है। मेरी मैया की चुनरी कमाल हैं, रंग सोणा सोणा लाल लाल है।। माँ की चुनरी के देख नज़ारे, चम चम चमके जिसमे, चाँद और सितारे, रंग उड़ रहे है प्यारे प्यारे। हीरे मोती से सजी बेमिसाल है,
कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही, हनुमान तुम्हारा क्या कहना कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही, हनुमान तुम्हारा क्या कहना। तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति का क्या कहना… सीता की खोज करी तुमने, तुम सात समुन्दर पार गये। लंका को-किया शमशान प्रभु, बलवान तुम्हारा क्या कहना। तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति
मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे। हम तो चाकर मैया तेरे दरबार के, भूखे हैं हम तो मैया बस तेरे प्यार के॥ विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ, चरणों से हमको कभी करना ना दूर माँ॥ मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना, शेरों वाली जगदम्बे
सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा, खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। लिखा था राम नाम वो, पत्थर भी तर गए, किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए, बस नाम का रसपान, ए इंसान किए जा। खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। राम नाम की धुन पे नाचे