Tag: Lakhbir Singh Lakha

स्वर्ग की सीढियाँ है तेरी सीढियाँ।

स्वर्ग की सीढियाँ है, तेरी सीढियाँ, सबको मिलती कहाँ माँ, तेरी सीढियाँ, सबको मिलती कहाँ माँ, तेरी सीढियाँ, स्वर्ग की सीढियाँ है, तेरी सीढियाँ।। ◾️माँ और बेटे में, करवाए ये ही मिलन, माँ और बेटे में, करवाए ये ही मिलन, बहुत ही मेहरबां है, तेरी सीढियाँ, स्वर्ग की सीढिया है, तेरी सीढियाँ।। ◾️रास्ते से कोई

गजानन पूरण काज करो

गजानन पूरण काज करो, सफल हमारा ये आयोजन, हे महाराज करो, गजानन पूरण काज करो।। श्लोक – मंगल करदे, अमंगल को, ख़तम कर दे, हर दंगल को, जहाँ हो स्वागत, श्री गणपति का, मंगल बना दे वो, जंगल को। गजानन पूरण काज करो, सफल हमारा ये आयोजन, सफल हमारा ये आयोजन, हे महाराज करो, गजानन

आओ आओ सावरिया बेगा आओ

आओ आओ सावरिया बेगा आओ, जीमो जी भोग लगाओ, है छप्पन भोग तैयार जी, थारा टाबरिया करे मनुहार जी।। श्लोक- मीठो है नमकीन है बाबा, चरपरो थोड़ो खाटो, सोने की थाली में परोसयो, ढाल चांदी को बाटो, टाबरिया मनुहार करे बाबा, देखूं थे कहीया नाटो, भोग लगाओ श्याम धणी रे, म्हारा बाकि भक्ता ने बांटो।

रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में।

रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में, अपने भजन में लगाए रखना, भोले जी, भोले जी, रहने दो बाबा हमे चरणों की छाँव में, अपने भजन में लगाए रखना, भोले जी, भोले जी।। ◾️मेरे इस दिल में सदा तेरी लगन हो, मुख में ऐ भोले दानी तेरे भजन हो, इसके सिवा दूजी कोई मांग

मानो तो वो शिव शंकर है ना मानो तो पथ्थर प्राणी।

मानो तो वो शिव शंकर है, ना मानो तो पथ्थर प्राणी, विश्वास है जिनके मन में, मिलते है उसे शिव दानी, मानो तो वो शिव शंकर है, ना मानो तो पथ्थर प्राणी।। ◾️युग युग से सब जपते आये, जिनके नाम की माला, स्वयं है बैठा ज्योतिर्लिंग में, शंकर डमरू वाला, सब वेद पुराण बताते, शिवलिंग

भोले शंकर की शरण में आ जीवन तेरा ये संवर जायेगा।

भोले शंकर की शरण में आ, जीवन तेरा ये संवर जायेगा, भव सागर में जो अटकेगा, वो बेडा पार उतर जायेगा।। ◾️नाम मेरे शम्भू का, इंसान जो एक बार लेता है, वो है भोला भाला, बदले में मुँह माँगा वर देता है, उनकी दया जो हो जाये, उनकी दया जो हो जाये, तेरा घर खुशियो

भोलेनाथ ने पुकारा चल चल मेरे यारा।

भोले नाथ ने पुकारा, चल चल मेरे यारा।। भोले नाथ ने पुकारा, चल चल मेरे यारा, चल चल मेरे यारा, भोले नाथ ने पुकारा, चल चल मेरे यारा, भोले बाबा ने पुकारा, चल चल मेरे यारा, देख सावन का नजारा, जहाँ गंगा का किनारा, बोल बम- भोलेनाथ ने पुकारा, चल चल मेरे यारा, चल चल

भोले के दर चलो लेके कांवड़ चलो।

भोले के दर चलो, लेके कांवड़ चलो, कलशे छोटे बड़े, गंगा में भर चलो, भोले शंकर को जल चढ़ाएंगे, चल रे कांवड़िया बढ़ायेजा कदम, होने नहीं पाए रफ़्तार तेरी कम, घुंघरू कांवड़ियों के बोले छम छम, काहे की फिकर अब काहे का है गम, बोल बम बोल बम बोल बम बम बम।। ◾️सम्भल सम्भल चल

बाबा बेगो बेगो आजा रे कांवड़ लेके चाल थाका।

बाबा बेगो बेगो आजा रे, कांवड़ लेके चाल थाका, पगल्या दुखे रे, ओ बाबा बेगो बेगो आजा रे, कांवड़ लेके चाल थाका, पगल्या दुखे रे।। ◾️घणी देर सु बाट जोवता, हो गई म्हाने देरी, ना जाणे क्या में बिलमायो, हो रही रात अँधेरी, तू भी म्हारे सागे हो ले रे, कांवड़ लेके चाल थाका, पगल्या

प्रभु इतना ध्यान देना जब अन्त समय आये।

प्रभु इतना ध्यान देना, जब अंत समय आये, भोले इतना ध्यान देना, जब अंत समय आये, ओ भोले इतना ध्यान देना, जब अंत समय आये, दर्शन का दान देना, जब अंत समय आये, भोले इतना ध्यान देना, जब अंत समय आये।। ◾️भावना मेरे मन की, भावुक होकर बोली, इस मन में वास करे, भोले की