Tag: krishan bhajan

प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर…Verified Lyrics  

प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा, अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा.. जिसकी केवल कृपा दृष्टि से सकल विश्व को पलते देखा, उसको गोकुल में माखन पर सौ सौ बार मचलते देखा.. जिस्के चरण कमल कमला के करतल से न निकलते देखा, उसको ब्रज की कुंज

जीने का सहारा तेरा नाम रेVerified Lyrics  

जीने का सहारा तेरा नाम रे मुझे दुनिया वालों से क्या काम रे झूठी दुनिया झूठे बंधन, झूठी है ये माया झूठा साँस का आना जाना, झूठी है ये काया ओ, यहाँ साँचा तेरा नाम रे बनवारी रे … रंग में तेरे रंग गये गिरिधर, छोड़ दिया जग सारा बन गये तेरे प्रेम के जोगी,

तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हे मना लेंगे,Verified Lyrics  

तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हे मना लेंगे, अहो मे असर होगा घर बेठे बुला लेंगे॥ तुम कहते है मोहन हमें मधुवन प्यारा है,॥ इक वार तो आ जाओ मघुवन ही बना देंगे॥ तुम रूठे रहो …… तुम कहते हो मोहन हमें माखन प्यारा है॥ इक बार तो आ जाओ माखन ही खिला देंगे॥ तुम

जागो बंसीवारे ललना जागो बंसीवारेVerified Lyrics  

जागो बंसीवारे ललना जागो बंसीवारे ललना जागो मोरे प्यारे.. रजनी बीती भोर भयो है घर घर खुले किवाड़े, गोपी दही मथत सुनियत है कंगना की झनकारे.. उठो लालजी भोर भयो है सुर नर ठाड़े द्वारे . ग्वालबाल सब करत कोलाहल जय जय शब्द उचारे .. माखन रोटी हाथ में लीजे गौअन के रखवारे . मीरा

जो तू मिटाना चाहे, जीवन की तृष्णा,Verified Lyrics  

जो तू मिटाना चाहे, जीवन की तृष्णा, सुबह शाम बोल बंदे कृष्णा कृष्णा कृष्णा, जो तू मिटाना चाहे, जो तू मिटाना चाहे, जो तू मिटाना चाहे, जीवन की तृष्णा, सुबह शाम बोल बंदे कृष्णा कृष्णा कृष्णा, कृष्णा नाम पवन पवन कृष्णा नाम प्यारा प्यारा, जो ना बोले कृष्णा कृशन जाग से वो हरा हरा, मॅन

चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया..Verified Lyrics  

चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय, एक लाख गैया नन्द बाबा की नित नित माखन होय, बड़ो नाम है नन्द बाबा का हंसी हमारी होय, चोरी माखन……. बरसाने से तेरी आई रे सगाई रोज बतक्नी होए, बड़े घरन की राधा पबेटी ना ही बनेगी तोय, चोरी माखन….. चाहे माता मोहे मारो पीटो

कृष्णा गोविन्द गोपाल गाते चलो,Verified Lyrics  

कृष्णा गोविन्द गोपाल गाते चलो, अपनी मुक्ति का साधन बनाते चलो, दुःख में तड़पो नहीं, सुख में फूलो नहीं, प्राण जाये मगर, नाम भूलो नहीं। मुरली वाले को मन में रिझाते चलो, कृष्णा गोविन्द गोपाल…x2 काम करते चलो, नाम जपते चलो, कृष्ण का कर समय ध्यान करते चलो, जिंदगी के हर इक गम मिटाते चलो

तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ।Verified Lyrics 

तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ। मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ॥ अरे रसिया, ओ मन वासिया, मैं इतनी दूर से आयी हूँ॥ सुना है श्याम मनमोहन, के माखन खूब चुराते हो। उन्हें माखन खिलने को मैं मटकी साथ लायी हूँ॥ सुना है श्याम मनमोहन, के गौएँ

तुम मेरी राखो लाज हरि,

तुम मेरी राखो लाज हरि, तुम जानत सब अन्तर्यामी, करनी कछु ना करी तुम। मेरी राखो लाज… अवगुन मोसे बिसरत नाहिं, पलछिन घरी घरी, सब प्रपंच की पोट बाँधि कै, अपने सीस धरी। तुम मेरी राखो लाज… दारा सुत धन मोह लिये हौं, सुध-बुध सब बिसरी, सूर पतित को बेगि उबारो, अब मोरि नाव भरी।

सन्त कहे हरि-भजन करों रे…Verified Lyrics 

टेर:- सन्त कहे हरि-भजन करों रे, लोग मरे रुपियाँ ताईं। हाय रुपैया होय रुपैया, आग लगी सब जग माही।। खाऊ-खाऊं करे रात दिन, धर्म-करम शुभ छोड़ दिया। नाशवान का लिया सहारा हरि से नाता तोड़ दिया।। उपजा दोश यही से सारा फल लागे अति दुःख दाई।। हाय…. घर-त्यागी क्या ग्रहस्थी देखो, लोलुपता सबके लगी। अन्न-वस्त्र