जब बिन मांगे मिलता तो बोल के क्या मांगू धन दौलत क्या मांगे मुस्कान है दी तुमने हमे श्याम प्रेमियों की पहचान है दी तुमने जब बिन मांगे मिलता तो बोल के क्या मांगू ◾️ धन दौलत क्या मांगे मुस्कान है दी तुमने हमे श्याम प्रेमियों की पहचान है दी तुमने किस्मत को बनाते हो
दिलवाला रंगरसिया मनबसिया बड़ा प्यारा दिलवाला मतवाला सारे जग का उज्जियारा श्याम सलोने का प्यारा श्रृंगार है, कितना सुन्दर सांवलिया सरकार है। सजा दरबार है की छायी बहार है। ◾️ मोर छड़ी हाथों में विराजे मोर मुकुट सिर पे है साजे। मोर मुकुट सिर पे है साजे-2, कान में कुण्डल गल वैजन्ती हार है॥ कितना
अपना तो खाटूवाला, ये लीले घोड़े वाला सांवरा, भक्तों का रखवाला, ये मुरली वाला, भगतों का रखवाला अपना तो खाटूवाला, ये लीले घोड़े वाला सांवरा, भक्तों का रखवाला, ये मुरली वाला, भगतों का रखवाला॥ ◾️ श्याम की किरपा से कश्ती तुफानो में तैरती कितनी भी उची हो लहरें कश्ती को ना छेड़ती बन के माझी
ग्यारस की रात आयी तुम श्याम को मना लो …2 देता है सबको बाबा श्याम … देता है सबको बाबा श्याम … देता है सबको बाबा चाहे तो आज़मा लो …2 ◾️ ग्यारस की रात पावन और श्याम के मन भावन …2 प्यारे भजन सुनाओ गन श्याम के तुम गाओ आएगा कान्हा लिए छान प्रेम
सांवरा जब मेरे साथ है, हमको डरने की क्या बात है। इसके रहते कोई कुछ कहे, बोलो किसकी यह औकात है॥ ◾️ छाये काली घटाए तो क्या, इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं। आगे आगे यह चलता मेरे, मेरे मालिक के पीछे हूँ मैं। इसने पकड़ा मेरा हाथ है, मुझको डरने की क्या बात है॥
म्हाने खाटू में बुलाले बाबा श्याम……3 आयो मेलो फागण को ◾️ कई दिन सु मन में लागि जावा खाटू धाम……2 एक एक दिन गिन गिन कर काटा किया दिखे श्याम म्हाने खाटू में बुलाले बाबा श्याम……2 आयो मेलो फागण को ◾️ फागण मास रंगीलो थारे भागता के मन भावे…2 खाटू के मेले के माहि नाच
माँगा है मैंने श्याम से वरदान एक ही……..2 तेरी कृपा बानी रहे जब तक है ज़िन्दगी जिस पर प्रभु का हाथ था वो पार हो गया ……..2 जो भी सरन में आ गया उद्धार हो गया……..2 ◾️ जिसको भरोषा श्याम पर जिसको भरोषा श्याम पर डूबा कभी नहीं माँगा है मैंने श्याम से वरदान एक
गले से लगा लो न कन्हैया मुझको गले से लगा लो न तुम्हारे शिव कोई न मेरा मुझे अपना बना लो न ……2 गले से लगा लो न कन्हैया मुझको गले से लगा लो न तुम्हारे शिव कोई न मेरा मुझे अपना बना लो न ……2 ◾️ अपना नहीं कोई संगेले पराई …2 जितना उठु
बर्षो पाप किये है हमने चुपके चोरी चोरी ……..2 इतने पापो को धोने में वक़्त तो लगता है ……..2 पावन और निर्मल होने में वक़्त तो लगता है …………… इतने पापो को धोने में वक़्त तो लगता है ……..2 ◾️ हमने नफरत के पौधों को जीवन में सीचा……..2 प्रेम के बीज यहाँ बोने में वक़्त
न जरुरत उसे पूजा और पाठ की जिसने सेवा करि अपने माँ बाप की …2 रहता भगवन उसके सदा साथ है बन गाया जो ख़ुशी अपने माँ बाप की न जरुरत उसे पूजा और पाठ की जिसने सेवा करि अपने माँ बाप की …2 ◾️ छोड़ चिंता सभी न गमो से डरो …2 बूढ़े माँ