चरण शरण में आयी के, धरुं तिहारा ध्यान। संकट से रक्षा करो, संकट से रक्षा करो पवन पुत्र हनुमान। दुर्मम काज बनाय के, कीन्हे भक्त निहाल। अब मोरी विनती सुनो, अब मोरी विनती सुनो हे अंजनी के लाल। हाथ जोड़ विनती करूँ, सुनो वीर हनुमान। कष्टों से रक्षा करो, कष्टों से रक्षा करो राम भक्ति
हम आज सभी मिलकर, तेरी रात जगायेंगे। ओ महावीर सुनलो, तेरी महिमा गायेंगे। तुझसे मिलने को भला, कोई रोकेगा कैसे कदमों से लिपट जाएं, वृक्ष की लता जैसे सपनों में मिले थे तुम, अब सामने पाएँगे। हम आज सभी…. पूरी होगी तृष्णा, प्यासे इन नयनन की। माथे से लगा लेंगे, धूलि तेरे चरणन की। चरणामृत
सुन ओ अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा मुझे अपनी शरण में लेलो, में बालक हूँ दुखियारा माथे पर तिलक विशाला, कानों में सूंदर बाला थारे गले राम की माला, ओ लाल लगोटे वाला थारो रुप जगत से न्यारा, लगे है सबसे प्यारा मुझे अपनी शरण में…. प्रभु सालासर के मांही, थारा मंदिर है
तेरे तन पे सिंदूरी चोला तेरे तन पे – २ सिन्दूरी चोला के बाबा लगे बड़ा प्यार प्यारा। के मैंने ले लिया तेरा सहारा हो हो…. तेरे सिर पर मुकुट विराजे कानों में कुण्डल साजे। क्या कहूँ छवि तेरी प्यारी, तेरे घट में राम विराजे। तेरी जगमग जोत जले है दर्शन पर पाप कटे है
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए असुर सब मारे, सीता की सुध लेने खातिर, क्या से क्या कर डाला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला। पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे
घोटे वाले मुझे बुला ले, कर अर्जी मंजूर दिखा दे रूप तेरा।।टेर।। सालासर में धाम तेरा, अजब निराली माया है। सुन्दर रूप अनूप तेरा, भक्तों को मन भाया है। भक्त गण आते भोग लगते, भीड़ रहे भरपुर।। दिखा दे रूप… अंग में चोला चाँदी का, गल में बैजंती माला है। मुकुट विराजे सोने का, लाल
सालासर के मंदिर में जाके देख ले खुल जायेंगे भाग, जरा आजमाके देख ले बोलो राम – बोलो राम – बोलो राम राम राम खुल जायेगे…. राजस्थान में गूंज रहा है सालसर को धाम जो भी शीष झुकावे तेरे, बनते उसके काम श्रद्धा की ज्योति उठा के, जगा के देख ले खुल जायेगे…. रामनाम का
दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना ये सात समुन्दर लांग गए और गढ़ लंका मे कूद गए रावन को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना दुनिया मे देव हजारो
दोहा : बार बार विनती करूं मांगू वरदान। मेरे बाबा बजरंग बालो दो भक्ति वरदान। चरणों में तेरे अरदास बालाजी पूरी करो भक्तो की आस बालाजी पूरी करो भक्तो…. बल ब्रह्मचारी राम जी के प्यारे हो अंजनी के लाल पवन के दुलारे हो केसरी कुमार रामदास बालाजी पूरी करो भक्तो…. चरणों में जो भी सवाली