जदो याद गुरूजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया कतिया ना जावे पुणिया-2 जदो याद गुरूजी थोडी आवे जदो याद बाबाजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया। कत-कत पुणिया में दरियाँ बनोनी आ-2 सारी सँगत दे में हेट बिछोनिआ जरा किथे मिटी ना लग जावे कतिया ना जावे पुणिया। जदो याद
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। करूणानिधि नाम तेरा, करुन दिखलाओ तुम, सोये हुए भाग्यो को, हे नाथ जगाओ तुम। मेरी नाव भवर डोले, इसे पार लगा देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा तुम सुख के सागर हो,
तेरी सब दुविधा मिट जाये, अँखिया खोल गुरु को देख। ये मंदिर मेरा किसने बनाया, ये मंदिर मेरा रब ने बनाया, रब ने लिख दिया लेख, अँखिया खोल गुरु को देख। इस मंदिर में कोण जो रहता, ब्रह्मा विष्णु महेश, अँखिया खोल गुरु को देख, तेरी सब दुविधा मिट जाये, अँखिया खोल गुरु को देख।
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई हुई या, मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी, मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या, मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई हुई या। जो दर तेरे ते आजांदा, ओह असल खजाने पा जांदा, मैंनू वी खाली मोड़ी ना, मैं वी
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में। हृदय में माँ गौरी लक्ष्मी, कंठ शारदा माता है, जो भी मुख से वचन कहे, वो वचन सिद्ध हो जाता है। है गुरु ब्रह्मा, है गुरु विष्णु, हे शंकर भगवान आपके चरणो में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में। जन्म के दाता मात
ले गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, ये जग का पालनहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है। तारीफ़ क्या करू, उस दीन-दाता की, दयालु नाम है, दीन दुखियो के, दामन को भर देना, गुरु का काम है, लाखो की तकदीर, लाखो की तकदीर, बस मालिक ने संवारा है, ले
मैं तो अरज करू गुरु थाने, चरणा में राखजो माने, हेलो तख्त देवू की थाने, म्हारी लाज शर्म सब थाने। मैं तो अरज करू गुरु थाने, चरणा में राखजो माने। गुरु मात पिता सुख दाता, सब स्वारथ का है नाता, एक तारण तिरण गुरु दाता, ज्यारा चार वेध्द जस गाता। मैं तो अरज करू गुरु
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर, बता दो कैसे तारो गे, बता दो कैसे तारो गे(२) गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर… ना मैं गंगा जमुना नहाई, हर की पौड़ी जा ना पाई, गुरुजी मेरी माडी है तकदीर, बता दो कैसे तारो गे। गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर… ना मैंने बड़ पीपल सींचे, सब दिन मोह माया
म्हारी हालो ये रेल भवानी सतगुरु जी के चला देश(2) म्हारी हालो ये… जब हुई टिकट की त्यारी म्हारा सतगुरु खोली बारी, इमे बैठ सभी नर नारी सुमरला देव गणेश। म्हारी हालो ये… इंजन न मारी सिटी म्हारा सतगुरु बंगा टीटी, आ दुनिया रेगी रीति, जाका चड़ ग्या भरम कलेश। म्हारी हालो ये… आ हरियल
गुरुदेव सहारा बन जाओ… प्रभु राम कहो, घनश्याम कहो, मेरे श्याम सहारा बन जाओ, गुरुदेव सहारा बन जाओ। घट भीतर घोर अंधेरा है, गुरुदेव उजाला बन जाओ गुरुदेव सहारा बन जाओ। जय जय जय जय जय गुरुदेवा, गुरुदेव सहारा बन जाओ। भवसागर नैया डूब रही, गुरुदेव किनारा बन जाओ, गुरुदेव सहारा बन जाओ। दिन बीत