Singer Name : singer : NAMAN CHADHAOm Shri Ganesh Maa Gora Ke Ladle Kato Sakal Kalesh ओम श्री गणेश ओम श्री गणेश माँ गौरा के लाडले शिव शंकर के लाडले काटो सकल कलेश ओम श्री गणेश…… तेरा सिर ते हाथ जे होवे गणपति का साथ जे होवे माँ गौरा के लाडले शिव शंकर के
Singer Name : singer : NAGanpati Deva Nit Karu Seva lyrics गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर गजानंद आ जाओ। आ जाओ जी, आ जाओ, हो आज गजानंद आ जाओ गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर गजानंद आ जाओ। माथे मुकुट निराला है, गल मोतियन की माला है। पार्वती का
मेरे बन जाएं बिगड़े काम Gajanan Tere Aane Se गजानन तेरे आने से लिरिक्स मेरे बन जाएं बिगड़े काम गजानन तेरे आने से आने से तेरे आने से मेरे बन जाएं बिगड़े काम गजानन तेरे आने से मेरी बगिया देवा सूनी पड़ी हैं मेरी बगिया ने खिल जाएं फूल गजानन तेरे आने से मेरे बन
मेरी भक्ति में रंग भर जाओ, आओ जी गजानन आओ। मेरा धन्य जीवन कर जाओ, आओ जी गजानन आओ।। पार्वती के पुत्र गजानन पुत्र, गजानन पुत्र, गजानन। प्रभु शंकर के मन आओ, आओ जी गजानन आओ।। रिद्धि सिद्धि को संग ले आना, संग ले आना ,संग ले आना। एक बार दर्श दिखलाओ, आओ जी गजानन
चूहा बोलता है गणेश जी से हे प्रभु तुमको ढोते-ढोते हमारी कमर टूट गई। और तुमने अपने भक्त की, कुछ कदर ना जानी, कुछ कीजिये प्रभु कुछ कीजिये।। चूहा बोला गणराजा से(२) ओ सुन लो बात हमारी रे… पहले मोरी शादी करादों, करियों तब ही सवारी।। तन –मन से हे स्वामी हमने, सेवा करी मनमानी
आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना। आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना॥ चरण पखारू माथे तिलक लगाऊ रे, प्रथमे गणेश पूजा आरती सजाऊ रे, झोलियाँ फैलाओ मांगो, दिल से जो है मांगना। आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना॥ माँ को भी लाये रिद्धि सिद्धि को भी लाये, शुभ और लाभ संग में
हरो विघन सब दूर गजानन्द, गोरी के लाला, अब हरो विघन सब दूर गजानन्द, गोरी के लाला। माथे पर तेरे तिलक बिराजे, सिर पर मुकुट सलोना साजे, शोभा काम निरख कर लाजे, गल मोतियन माला। देख चतुर्भुज रूप तिहारा, हमरे मन में हो उजियारा, भागे दूर विघन अंधियारा, कोटि विघन टाला। मूषक की असवारी सोहे,
प्रथम निमंत्रण आपको, मां गौरी के लाल श्याम धणी का उत्सव है प्रभु, आ जाओ तत्काल। आपके आने से ही देवा, काम सभी बन जायेंगे, सभी देवता झट से अपने, आसन पर आ जायेंगे, मैं चरण पखारू देवा, तिलक लगाऊ भाल। मूसे की कर असवारी जब रणत भवन से आयेंगे, कंचन थाल में लड्डु भर
सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे गणराज आये है, लगी कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे गणराज आये है। पखारो इनके चरणों को, बहाकर प्रेम की गंगा, बिछा दो अपनी पलकों को, मेरे गणराज आये है। उमड़ आयी मेरी आँखे, देखकर अपने बाबा को, हुयी रोशन मेरी गलियां, मेरे गणराज आये है। तुम आकर फिर
विनती सुनो गणराजा आज, मेरी महफिल में आ जाना, आज मेरी महफिल में आ जाना ना, (आज मेरी महफिल में आ जाना ना) विनती सुनो गणराजा आज, मेरी महफिल में आ जाना।। रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता, भक्तजनों के भाग्य विधाता, शंकर के लाल गणराजा, आज मेरी महफिल में आ जाना, विनती सुनो गणराजा