Falgun Ke Mele Mein Mujhko Bulakar फाल्गुन के मेले में मुझको बुलाकर। बैठा तू भक्तों का जमघट लगाकर। कैसे मिलूं तुमसे श्याम। तू ही बता मेरे श्याम।। कल तेरे चर्चे बाजारों में होंगे। खाटू के रंगीं नजारों में होंगे। फूलों के रथ पे, निकलेगी झांकी। फिर भी ललक मेरी आंखों में होगी। फाल्गुन के मेले