January 11, 2021
तू राम भजन कर प्राणी, तेरी दो दिन की जिन्दगानी।Verified Lyrics
Tu Ram Bhajan Kar Prani Teri Do Din Gi Jindgani
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Singer(गायक): अज्ञात
तू राम भजन कर प्राणी, तेरी दो दिन की जिन्दगानी।
काया-माया बादल छाया, मूरख मन काहे भरमाया॥
उड़ जायेगा साँसका पंछी, फिर क्या है आनी-जानी।
तू राम भजन कर प्राणी…
जिसने राम-नाम गुन गाया, उसको लगे ना दुखकी छाया।
निर्धनका धन राम-नाम है, मैं हूँ राम दिवानी।
तू राम भजन कर प्राणी…
जिनके घरमें माँ नहीं है, बाबा करे ना प्यार।
ऐसे दीन अनथोंका है, राम-नाम आधार॥
मुखसे बोलो रामकी बानी, मनसे बोलो रामकी बानी।
तू राम भजन कर प्राणी…
सजन सनेही सुखके संगी, दुनियाकी है चाल दुरंगी।
नाच रहा है काल शीश पे, चेत-चेत अभिमानी॥
तू राम भजन कर प्राणी, तेरी दो दिन की जिन्दगानी।