सालासर के मंदिर में जाके देख ले खुल जायेंगे भाग, जरा आजमाके देख ले बोलो राम – बोलो राम – बोलो राम राम राम खुल जायेगे…. राजस्थान में गूंज रहा है सालसर को धाम जो भी शीष झुकावे तेरे, बनते उसके काम श्रद्धा की ज्योति उठा के, जगा के देख ले खुल जायेगे…. रामनाम का
दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना ये सात समुन्दर लांग गए और गढ़ लंका मे कूद गए रावन को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना दुनिया मे देव हजारो
कलयुग बैठा मार कुंडली, जाऊं तो मैं कहां जाऊं, अब हर घर में रावण बैठा, इतने राम कहां से लाऊं। दशरथ कौशल्या जैसे, मात पिता अब भी मिल जाये, पर राम सा पुत्र मिले ना, जो आज्ञा ले वन जाये, भरत लखन से भाई, ढूंढ कहाँ अब मैं लाऊँ, अब हर घर में रावण बैठा,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना मुझे इसका गम नहीं है, बदलेगा यूँ जमाना मेरी जिंदगी के मालिक, कहीं तुन बदल न जाना मुझे रास आ गया… तेरी बंदगी से पहले, मुझे कोण जनता था तेरी याद ने बना दी, मेरी जिंदगी फ़साना
दोहा : बार बार विनती करूं मांगू वरदान। मेरे बाबा बजरंग बालो दो भक्ति वरदान। चरणों में तेरे अरदास बालाजी पूरी करो भक्तो की आस बालाजी पूरी करो भक्तो…. बल ब्रह्मचारी राम जी के प्यारे हो अंजनी के लाल पवन के दुलारे हो केसरी कुमार रामदास बालाजी पूरी करो भक्तो…. चरणों में जो भी सवाली
ओ सालासर के सांवरिया, तेरे दर पर भिखारी आया है, आशा की झोली है कर में, तेरे द्वार पर अलख जगाया है। ओ सालासर के… भरते हो हजारों का दामन, तब ही प्रभु राम कहाए हो, मैं दीन अनाथ हूँ, श्याम प्रभु, भर दो मेरी खाली झोली। ओ सालासर के… मेरा निश्चय है बस एक
दोहा : आदि शक्ति के लाडले, राम भक्त सिरमौर। संकटमोचन आपसे, विनय करूं कर जोर।। रुदरवेश शंकर सुवन, पवन पुत्र हनुमान। जय संकट मोचन प्रभु, बजरंगी हनुमान।। दिन दुखियारी आन गिरे, दर तेरे सिर नाए। दया दृष्टि से भक्तन के, दीजो कष्ट मिटाये।। मन होजा दीवाना रे, बालाजी के चरणों में तू करले ठिकाना रे,
आओ पवन कुमार, तुझे भक्तों ने पुकारा है एक तेरा सहारा है, आओ पवन कुमार अंजनी के लाल तुम, हो राम के सेवक, जगह दिल में पा गये लांघा समुन्दर था, लंका जलाई थी, सिया सुधि पा गये हमारी भी सुध लेना, हमारी भी सुध लेना, कि जग में कोई न हमारा है, एक तेरा
लताओं पुष्प बरसाओ, मेरे भगवान आये हैं मेरे हनुमान आये हैं… ऐ कोयल मीठे स्वर गाओ, मेरे भगवान आये है। मेरे हनुमान आये है… लगी थी आशा सदियों से, हुए हैं आज वो दर्शन। निभाने आपने वादे को, पधारे खुद पतित पवन। मेरे कष्टों को हरने को, वो नंगे पाँव आये हैं। मेरे हनुमान आये