भिड़ चढ़ो बलकारी म्हारे, आयो शरण तुम्हारी, बजरंग राखो लाज हमारी… अंजनी को पुत्र रामजी को पायक,शंकर के अवतारी, दानव सारा मार भगाया,भक्तों के हितकारी ||1|| भिड़ चढ़ो बलकारी म्हारे… रावण का दस मस्तक छेद्या,बीस्यूं भुजा उखाड़ी, लंका जीत आयोध्या में आये,घर घर मंगला गाई ||2|| भिड़ चढ़ो बलकारी म्हारे… जंगल तुम मंगल किन्हा,धाम बनी
माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली… नाम तेरा जप्ते जप्ते, मैं तो हुई मतवाली, माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली… काली नहीं तू गौरी है, तूने अपना ये हाल किया… संतानो के मन के काले रंग को, खुद पर डाल दिया… माँ
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी है यह तो जाने दुनिया सारी है। राजाओ के राजा, महारानी की रानी, सर पे मुकुट साजे है। जोड़ी बड़ी प्यारी, दरबार है प्यारा, राधा संग साजे है। सोने पल में सेठ, सोने पल में सेठानी है, यह तो जाने दुनिया सारी है… ना अन्न की कमी है
बेटी की शादी में, माँ अम्बे को बुलाना है, हाथ जोड़ दर पे खड़ा, माँ अम्बे तुम्हे आना है, बेटी की शादी में, माँ अम्बे को बुलाना है।। तेरी दया से माँ, ये खुशियों का दिन आया, निर्धन के घर तूने, धन-धान बरसाया, तेरा शुकर मैया, तेरा गुणगान गाना है, बेटी की शादी में, माँ
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे, तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे॥ हमारे लिए क्यों देर किए हो, (हमारे लिए क्यों देर किए हो) गणिका अजामिल को पल में उबारे, (गणिका अजामिल को पल में उबारे) अगर नाथ देखोंगे अवगुण हमारे, तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे॥ पतितो को पावन करते कृपानिधि, (पतितो को
कन्हैया तेरी बांसुरियां सारे जग में धूम मचाई, ये लागे प्यारी प्यारी…. बैठ कदम पे कान्हा जब मुरली मधुर बजाए, तेरे मुरली सुन के राधे झट दौड़ी दौड़ी आये, कन्हैया तेरी बांसुरियां मेरे दिल का चैन चुराए, ये लागे प्यारी प्यारी तेरी जादू गारी मुरली का संवारिये का कहना, क्या जाने वैरान मुझपे कर गई
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा, आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा…. आप भी आना रिद्धि सिद्धि लाना, संग में गौरी माता, ब्रम्हा विष्णु देवो के संग, आना नारद ज्ञाता, शिवशंकर को लाना संग में, डम डम डमरु बजाता, आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा…. राम रमैया बंसी बजैया संग उनकी पटरानी, मातु शारदा कंठ
सुनले ओ सांवरिया …2 मुझे तेरा ही सहारा ….2 तेरा ही सहारा मुझे, तेरा ही सहारा ….2 सुनले ओ सांवरिया …2 मुझे तेरा ही सहारा ….2 तेरा ही सहारा मुझे, तेरा ही सहारा ….2 दूर दूर तक ओ सांवरिया, सूझे नहीं किनारा-2 एक बार आ जाओ मोहन, मैंने तुझे पुकारा …2 तुझ बिन कौन हमारा…
अँखियों में नमीं सी हो, दिल बेठा हो हार के-2 जब कुछ ना नज़र आये, मुझे तू हीं नज़र आये जब गम के अँधेरे हों, बंद हों सारे रास्ते-2 मुझे कुछ ना नज़र आये, बस तू ही नज़र आये एक तू ही मेरी आस है, एक तू ही सहारा तेरे नाम से बाबा मेरा, चलता
चार खूंट और चौदह भवन में हो रही जय जयकार जग मग जग मग जोतां जागे, जय हो नेजा थारी, पिछम धरां सूं म्हारां पीर जी पधारियाँ, पिछम धरां सूं म्हारां बाप जी पधारिया, घर अजमल अवतार लियो, लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती, हरजी रे भाटी चँवर ढोळे, बैकुण्ठा में बाबा होवे थारी आरती।