बांके बिहारी तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये, नैना उलझ गये मुश्किल में पड़ गये। (बांके बिहारी तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये) जब मैं जाऊ पनिया भरन को, सखिया के संग तुझे देख के मेरे नैना उलझ गये। बांके बिहारी तुझे देख के… जब मैं जाऊ यमुना नहाने, चीर चुराते तुझे देख
बही भक्ति की गंगा-यमुना, श्रद्धाओं के दीप जलाये। देखो फिर नवरात्रे आये। कोई माँ का भवन बुहारे, कोई तोरणद्वार सँवारे, यज्ञ-हवन में लगे सभी ही, लगा रहे माँ के जयकारे। भोग लगाता कोई माँ को, कोई चुनरी लाल चढ़ाये, देखो फिर नवरात्रे आये। अम्बर कितना चमक रहा है, मातामय हो दमक रहा है, मेघों का
काळा काळा कहवें रै गुजरी, मत काळे का ज़िकर करै, काले रंग पे मोरनी रुदन करै, काळा काळा कहवें रै गुजरी। मोटे मोटे नैन राधा के, जिसमें सुरमा ख़ूब सजै, काले रंग पे मोरनी रुदन करै, काळा काळा कहवें रै गुज़री, काले रंग पे मोरनी रुदन करै। लाम्बे लाम्बें (लम्बे-लम्बे) केश राधा के, जिसमें मांग
श्याम तेरे भक्तों को, तेरा ही सहारा है, बाबा तेरे भक्तों को, तेरा ही सहारा है।। आशा निराशा ने, घेरा परेशान हूँ, कैसे बचूं इनसे, आख़िर तो इंसान मैं इंसान हूँ, तेरी दया के बिना ओ बाबा, तेरी दया के बिना, अपना ना गुज़ारा है, बाबा तेरे भक्तों को, तेरा ही सहारा है।। मलिक तेरे
तेरे भरोसे बालाजी, मन्नै लगा हो लिया दरबार, हो ले राम की सुं, आइये पवन कुमार।। अखण्ड बालाजी तेरी जोत जगै, दोनु टेमां तेरा भोग लगै, खुब करूं श्रंगार हो, हो ले राम की सुं, आइये पवन कुमार, तेरे भरोसे बालाजी, मन्नै लगा हो लिया दरबार, हो ले राम की सुं, आइये पवन कुमार।। तेरे
Song: Mere Bharat ki beti Artist: Arijit Singh Movie: Gunjan Saxena: The Kargil Girl(2020) हो.. सदके में जावां, मेरी दिल जानिया में शीश झुकावां, मेरी दिल जानियां तेरे नाम जो कर जावां कम वो तू सारे जहां से प्यारी, मेरे भारत की बेटी है सारे जहां पे भारी, मेरे भारत की बेटी दिल जान है
दिल में अरमान मैया जाने कितना लाया हूँ, तेरे दरबार माँ मैं पहली बार आया हूँ, मन्नत की चुनरी चूड़ी धागा साथ लाया हूँ, करले ना स्वीकार माँ मैं पहली बार आया हूँ। तेरा भुलावा पा के आया तेरे धाम में, गोद में बिठा के देदे अंचल की छाव रे, रहु तेरे चरणों में बस
काया नगर रे बीच में रे, लहरिया लम्बा पेड़ खजूर। चढे तो मेवा चाखले रे, पड़े तो चकना चूर। भजन में खूब रमणा रे, लहरिया हरी सू राखो हेत। प्याला भर-भर पीवणा रे, लहरिया लागी हरि सूं डोर॥ शब्द कटारी बाकड़ी रे, लहरिया गुरु गमरी तलवार। अविनाशी री फौज में रे, कदे नहीं आणो हार।
नन्दलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने द्वार मुझे, धन और दौलत चाह नहीं, प्रभु दे दो अपना प्यार मुझे, तेरे प्यार में इतना खो जाऊ, पागल समझे संसार मुझे, जब दिल अपने में झाँकू मैं, हो जाये तेरा दिदार मुझे। गुनहग़ार हूँ, ख़तावार हूँ, मैं हूं नहीं मैं हूँ नहीं, तेरे प्यार के काबिल।