आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली। लतन में ठाढ़े बनमाली; भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चन्द्र सी झलक; ललित छवि श्यामा प्यारी की॥ श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
मेरे भैया मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन… तेरे बदले मैं ज़माने की कोई चीज़ ना लूं। मेरे भैया, मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन, तेरे बदले, मैं ज़माने की कोई चीज़ ना लूं। तेरी सांसो की कसम ख़ाके, हवा चलती है, तेरे चेहरे की झलक पाके, बहार आती है। एक पल भी मेरी नज़ारों से जो
मैं हूॅं दासी तेरी दातिए, सुन ले विनती मेरी दातिए, मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं, मुझको इतना तू वरदान दे।। मेरा प्राणो से प्यारा पति, मुझसे बिछड़े न रूठे कभी, माता रानी से मेरी आयु लगे ये मनोकामना है मेरी, माँ तेरे लाल की मैं हूँ अर्धागनी, मैं हूँ दासी तेरी दातिए, सुन
तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे॥ (चाहे छुट जाये ज़माना,या मालो -जर छूटे, ये महल और अटारी,या मेरा घर छूटे, पर कहता है ये लख्खा,ऐ मेरी माता, सब जगत छूटे,पर तेरा न द्वार छूटे) तेरे दर को मैं छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे, अपना
दुनिया में तेरा है बड़ा नाम, आज मुझे भी तुझसे पड़ गया काम। मेरी बिनती सुने तो जानूं… मेरी बिनती सुने तो जानूं, मानूं तुझे मैं राम, राम नहीं तो कर दूंगा, सारे जग में तुझे बदनाम। दुनिया में तेरा है… मैं नहीं कहता, कहते हैं सारे, मैं नहीं कहता, कहते हैं सारे, तूने बनाये
मंगल मूर्ति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे, हे बजरंगबली हनुमान, हे महावीर करो कल्याण, हे महावीर करो कल्याण। तीनो लोक तेरा उजियारा, दुखियों का तूने काज संवारा, तीनो लोक तेरा उजियारा, दुखियों का तूने काज संवारा, हे जगवंदन केसरी नंदन, हे जगवंदन केसरी नंदन, कष्ट हरो हे कृपा निधान, कष्ट हरो हे कृपा
तेरे रंग में रंगा ज़माना मिले, मैं जहाँ भी रहूँ बरसाना मिलेx2 सारे जग में तेरा ही तो एक नूर है, मेरा कान्हा भी तुझसे ही मशहूर है, बदकिस्मत है वो जो तुझसे दूर है, तेरे नाम का हर मस्ताना मिले, मैं जहाँ भी रहूँ बरसाना मिलेx2 तेरी रहमत के गीत गाने आया हूँ में,
लुट गया सरकार मेरा अपने भक्तो के लिए, हार भी जाता हैं बाबा अपने भगतो के लिए, रोते रोते जो भी जाता श्याम के दरबार में, रोतो को पल में हसाता अपने भगतो के लिए, लुट गया सरकार मेरा… सोना चांदी हीरे मोती से कभी न रिजता, भावो के तंदुल में विकता श्याम भक्तो के
प्रेम से बोलो जय माता दी, मिलकर बोलो जय माता दी। सुन सुन कर माँ चर्चे तेरे, आया तेरे द्वार ज्योता वाली पूरी कर दे, दुखियारे मन की आवाज, जय माता दी जय माता दी, जो भी आया है तेरे द्वार ओ माता शेरावालिए, जो भी आया है तेरे द्वार ओ माता शेरावालिए तूने सब