मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदोVerified Lyrics 

।।श्लोक।। माँ नाम लेना कोई शर्म नहीं है, इससे बड़ा तो कोई करम नहीं है, जिसमे माता की पूजा का जिक्र न हो, ऐसा तो दुनिया में कोई धर्म नहीं है। मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो, तेरी दया का हम सदा गुणगान करेंगे, तेरा ध्यान करेंगे। मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो। भक्तो

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां। किलकि किलकि उठत धाय, गिरत भूमि लटपटाय। धाय मात गोद लेत, दशरथ की रनियां। अंचल रज अंग झारि, विविध भांति सो दुलारि। तन मन धन वारि वारि, कहत मृदु बचनियां। विद्रुम से अरुण अधर, बोलत मुख मधुर मधुर। सुभग नासिका में चारु, लटकत लटकनियां। तुलसीदास अति आनंद, देख के मुखारविंद।

जिस भजन में राम का नाम न हो, उस भजन को गाना ना चाहिए।

जिस भजन में राम का नाम ना हो, उस भजन को गाना ना चाहिए। जिस भजन में राम का नाम ना हो, उस भजन को गाना ना चाहिए। चाहे बेटा कितना प्यारा हो, उसे सर पे चढ़ाना ना चाहिए। चाहे बेटी कितनी लाडली हो, घर घर में घुमाना ना चाहिए॥ जिस भजन में राम का

ज़िन्दगी बेकार है ये दुनिया असार है, जिसने लिया राम नाम, उसी का बेडा पार है।

ज़िन्दगी बेकार है,ये दुनिया असार है, जिसने लिया राम नाम, उसी का बेडा पार है..2.. इस दुनिया में खोज के देखा, माया के सब बन्दे हो,..2.. स्वार्थ के सब बन्दे देखे, तबियत के सब गंदे हो, अपनी सगी ना नार है, ना पुत्र रिश्तेदार है, जिसने लिया राम नाम, उसी का बेडा पार है।..2.. जिंदगी

मैंने सब कुछ पाया दातीVerified Lyrics 

मैंने, सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना, बाकी है। मेरे, घर में कोई कमी नहीं, बस तेरा आना, बाकी है। मैंने, सब कुछ पाया दाती… जो, मेरे घर में, आओ माँ, मेरा घर तीर्थ, बन जाएगा। मैं, भी तर जाऊँगा मईया, जो आएगा, तर जायेगा। इज़्ज़त शोहरत, दौलत तो मिली, मेहरों का खज़ाना, बाकी

जाके प्रिय ना राम-बैदेही, सो छाड़िये कोटि बैरी सम

जाके प्रिय ना राम-बैदेही, सो छाड़िये कोटि बैरी सम, जद्यपि परम स्नेही। तज्यो पिता प्रह्लाद, विभिसन बंधू, भारत महतारी। बलि गुरु तज्यो, कान्त ब्रज्बनितनी, भये मुद-मंगलकारी॥ नाते नेह राम के मनियत, सुह्रद सुसेव्य जहाँ लॉन। अंजन कहा अंखि फूटी, बहु तक कहूं कहाँ लौं॥ तुलसी सो सब भांति परम हित, पूज्य प्राण ते प्यारो। जासों

जल रही है राह का बन कर दिया, जाने कितनी रातो से तेरी सिया

जल रही है राह का बन कर दिया जाने कितनी रातो से तेरी सिया खो के बैठी खुद में तुमको राम जी अपनी खातिर तो मैं हूँ बस नाम की आँखे मेरी रात दिन बरसा करे इक झलक पाने को बस तरसा करे काली रातो की सुभह भी आएगी एक दिन जीवन में खुशिया छायेंगी

दो है काया एक प्राण की, जहाँ राम हैं वहीँ जानकी

दो है काया एक प्राण की जहाँ राम हैं वहीँ जानकी दो है काया एक प्राण की जहाँ राम हैं वहीँ जानकी जहाँ राम हैं वहीँ जानकी जहाँ राम हैं वहीँ जानकी॥ प्रभु जी आप हैं अंतर्यामी मन की व्यथा को समझे स्वामी हे नाथ सुनले अंतर्वाणी हे नाथ सुनले अंतर्वाणी साथी बना ले वन-उपवन

श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोलाVerified Lyrics 

श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोला, बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला, विनती सुणोला, म्हारी अर्ज सुणोला, कद म्हारे मन की करोला, श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोला।। सारी सारी रात म्हाने नीँद नही आवै, जागू तो म्हारो जीव घबरावै, कद म्हारी पीड हरोला-२ श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला, बाबा जी कद म्हारी अर्ज

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के, देखा नहीं

जरा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के, देखा नहीं है।। कैसी घडी आज, जीवन की आई, अपने ही प्राणो की, करते विदाई, अब ये अयोध्या, अब ये अयोध्या हमारी नहीं है, अभी हमने जी भर के, देखा नहीं है।। माता कौशल्या की, आँखों के तारे, दशरथ जी के हो, राज