श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोलाVerified Lyrics 

Shyama Ji Kad Mhari Vinati Sunola

श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला,
विनती सुणोला, म्हारी अर्ज सुणोला,
कद म्हारे मन की करोला,
श्यामा जी कद म्हारी विनती सुणोला।।

सारी सारी रात म्हाने नीँद नही आवै,
जागू तो म्हारो जीव घबरावै,
कद म्हारी पीड हरोला-२
श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला।।

गहरी गहरी नदियाँ नाव पुरानी,
सिर से ऊपर म्हारे चढ गयो पानी,
कद म्हाने पार करोला-२
श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला।।

तोह सम दीन दयाल नही है,
मोह सम दीन अनाथ नही है,
कद म्हारी मदद करोला-२
श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला।।

निर्बल देह दया नही आवे,
काम, क्रोध, मद, लोभ सतावे,
कद म्हारी भीड चढोला-२
श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला।।

‘सोहन लाल’ थारा ही गुण गावे,
चरण कमल में शीश नवावे,
म्हारे माथा ऊपर हाथ धरोला-२
श्यामा जी कदे म्हारी विनती सुणोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुणोला।।

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