बिगड़ी सँवारी प्रभु Tune Lakhon Ki Bigdi Sanwari Prabhuverified 

Tune Lakhon Ki Bigdi Sanwari Prabhu

बिगड़ी सँवारी प्रभु” यह अभिषेक शर्मा जी द्वारा लिखित और रश्मि शर्मा जी द्वारा गाए गए भजन के अंतर्गत यह पंक्तियाँ हैं। यह भजन एक मनमोहक संगीत, भावपूर्ण गायन और मधुर आवाज के साथ हमारे दिल को छू जाएगा। इस भजन में खाटूश्याम जी की प्रेम भरी उपासना है, इसमें भगत भगवान से प्रार्थना करता है की कब बाबा श्याम उनकी बिगड़ी को बनाएंगे। यह भजन हमें एक भक्तिमय अवस्था में ले जाता है और हमें खाटूश्याम जी की कृपा की प्रतीक्षा के भाव में लगा देता है। यह भजन हमारी आत्मा को शांति और प्रभु की कृपा का आश्वासन देता है। इसे एक बार ज़रूर सुनें और खाटूश्याम जी के प्रति अपने आप को समर्पित करें।

दोहा :
सभी पे तेरी दया का, नूर बरस रहा है
फिर क्योँ दयालु, ये दास तरस रहा है।
देखकर दशा मुझ दीन की, ना किनारा कीजिये
मेरी भी होगी सुनाइ, इतना तो इशारा कीजिये।।

तूने लाखों की
ओ तूने लाखों की
तूने लाखों की, बिगड़ी सवारी प्रभु
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।
मेरी बारी प्रभु इक बारी प्रभु
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।

1. सब्र करने की बाबा इंतहा हो गई -2
धीर धरने की अब मुझमे शक्ति नहीं-2
मेरी और ज़रा देखो इक बार प्रभु -2
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।

2. तेरी रहमत, अगर हो जाएगी-2
सुखी डाली हरी हो जाएगी -2
अब खिलादो, मेरी भी फ़ुलवारी प्रभु -2
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।

3. अपना सुख दुःख तुझी को सुनाया है -2
तेरे आगे ही हाथों को फैलाया है -2
मेरी तुमसे ही है रिश्तेदारी प्रभु -2
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।

4. माधव खाली जो, चौखट से जाऊँगा-2
कैसे मुँह मैं, जंहा को दिखाऊंगा-2
तेरे कंधों पर, सारी जिम्मेदारी प्रभु -2
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु।।

मेरी बारी प्रभु, इक बारी प्रभु
कब आएगी बतादो, मेरी बारी प्रभु-3

आपको ये भजन भी पसन्द आएंगे। टॉप भजन लिरिक्स बिगड़ी बना दो

  1. बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो
  2. मेरी बिगड़ी बनाने वाला मेरी किस्मत
  3. बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया
  4. बिगड़ी तेरी बनाएगा नाम गणपति
  5. अंजनी कुमार थारी महिमा अपार है मेरी बिगड़ी बनाने वाले
  6. बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो
  7. बिगड़ी मेरी बना हनुमान मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *