हारे का सहारा मेरा श्याम हमेशा मेरी लाज रखता हैverified 

Hare Ka Sahara Mera Shyam Hamesa Meri Laaj Rakhta Hai

Haare Ka Sahara Mera Shyam Hamesa Meri Laaj Rakhata Hai

हार के आया मैं जग सारा,
तेरी चौखट पर।
तुमसे ही है सारी उम्मीदें,
तुम ही लोगे खबर।
सब कहते है अपने भगत की,
श्याम हमेशा पत रखता है।
हारे का सहारा मेरा श्याम,
हमेशा मेरी लाज रखता है।।।

जग से रिश्ता तोड़ दिया है,
तुझसे नाता जोड़ लिया है।
तुझको ही माना साथी अपना,
तुझपे ही सबकुछ छोड़ दिया है।
तेरी दया से मेरा दीपक,
तूफानों में भी जलता है।
हारे का सहारा मेरा श्याम,
हमेशा मेरी लाज रखता है।।।

कलयुग की सरकार तू ही है,
जीवन का आधार तू ही है।
क्यों भटकूं मैं दर दर जाकर,
श्याम मेरा संसार तू ही है।
तेरी कृपा का हाथ है जबसे,
हर संकट खुद ही टलता है।
हारे का सहारा मेरा श्याम,
हमेशा मेरी लाज रखता है।।।

हार के आया मैं जग सारा,
तेरी चौखट पर।
तुमसे ही है सारी उम्मीदें,
तुम ही लोगे खबर।
सब कहते है अपने भगत की,
श्याम हमेशा पत रखता है।
हारे का सहारा मेरा श्याम,
हमेशा मेरी लाज रखता है।।

यह भजन एक आदर्श भक्ति और श्रद्धा की भावना को व्यक्त करता है। यह भजन एक व्यक्ति की अद्वितीय आस्था और विश्वास को दर्शाता है जो अपने भगवान के प्रति गहरी स्नेह और आत्म-समर्पण की भावना रखता है। शब्दों के माध्यम से यह स्थायित होता है कि भगवान के बिना कोई भी संघर्ष असंभव होता है और वह हमेशा अपने भक्त की रक्षा करते हैं। भजन के इन शब्दों से प्रकट होता है कि भगवान की कृपा और सान्निध्य में ही सच्ची सुख-शांति प्राप्त होती है और वह अपने भक्त की लाज बनाए रखते हैं। इस भजन के माध्यम से व्यक्ति अपने आत्मविश्वास को मजबूती से बढ़ाने की प्रेरणा प्राप्त करता है और अपने आस्था का पालन करते हुए जीवन के सभी प्रसंगों में सकारात्मकता और साहस दिखाता है। जय श्री श्याम

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