सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गएVerified Lyrics
Saat Samundar Langh Ke Hanumat Lanka Nagari Aa Gaye
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Singer(गायक): Mukesh Kumar
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए
हनुमत लंकानगरी आ गए।
ऐसा किया कमाल देखकर लंकावासी डर गए,
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए।
लंकापुर पहुंचे हनुमत जी, किया प्रभु का ध्यान,
मात सिया को खोजे पवनसुत लंका में अनजान,
असुरों संग बैठी मेरी माँ ये देख क्रोध में आ गए
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए॥
राम निशानी लिए पवनसुत पहुंचे माँ के पास
देख निशानी जनकनन्दिनी व्याकुल भई उदास
हनुमत मेरे प्राणनाथ को छोड़ कहाँ तुम आ गए
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए॥
भूख लगी ले आज्ञा पवनसुत चले बगिया की और,
तोड़-तोड़ फल खाने लगे और फेंके चारों और,
देख तबाही बगिया की रावण के सैनिक आ गए।
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए॥
बनाके बंदी रावण सन्मुख खूब किया अपमान
सहन हुआ नही रावण से लगवा दी पूंछ में आग
क्रोधित बजरंगी लंका में आग लगाके आ गए
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए।
(सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए)
हनुमत लंकानगरी आ गए॥
ऐसा किया कमाल देखकर लंकावासी डर गए,
सात समंदर लांघ के हनुमत लंकानगरी आ गए॥