बालाजी मेरा संकट काटो नVerified Lyrics 

Balaji Mera Sankat Kato Na

बालाजी मेरा संकट काटो न,
हो इधर उधर न डोल रहया,
मेरे दिल ने डाटो न,
बालाजी मेरा संकट काटो न…

तेरे भवन प आगी बाबा, दया करो न मेरे प,
तेरे चरणां में शीश नवाऊँ, धजा चढ़ाऊँ तेरे प,
दूर दूर ते दुखिया आवें, मेंहदीपुर डेरे प,
तेरे चरणां में आण पड़ी, मेरा साटा साटो न
बालाजी मेरा संकट काटो न…

सासू जी भी न्यूं बोली तुं, बिल्कुल बाँझ लुगाई स,
आपणे पीहर चाली ज्या, आड़े के तेरी असनाई स,
छोटा देवर न्यूं बोला या, छलिया घणी लुगाई स,
घर तं बेघर करण लाग रहे दुख ने काटो न
बालाजी मेरा संकट काटो न…

तेरे भवन प आगी बाबा, गोद भरा क जाऊँगी,
मेरी कामना पुरी करदे, फेर भवन प आऊँगी,
यो अहसान मेरे प करदे, दुनिया में गुण गाऊँगी,
ताने सुण सुण रूप बिगड़ गया रंग ने छाटो न,
बालाजी मेरा संकट काटो न…

कह मुरारी तेरे भवन का, दुनिया के महां बैरा स,
दुख चिंता में शरीर पड़ा, यो चारों ओर अँधेरा स,
और जुल्म मै सहन ना सकती, इतणा कष्ट भतेरा स,
जै कोये खता होई मेरे तं बेसक नाटो न,
बालाजी मेरा संकट काटो न…

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