मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर

Meri Rakhi Ki Dor Kabhi Ho Na Kamjor

मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है
मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है

मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है
भैया दे दो कलाई, बहन आई है
कितना रिश्ता है पावन, महिना भी सावन
भैया खालो मिठाई, बहन लाई है
मेरी राखी की डोर, कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है

नाता भाई बहन जैसे धरती गगन
दोनों ऐसे खिले सच में इक ही चमन
दोनों ऐसे खिले सच में इक ही चमन
मेरा प्यारा तू भैया, लेती हूँ बलैया
मेरा प्यारा तू भैया, लेती हूँ बलैया
दीप नेह की जलाये, बहन आई है
मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है

तेरी लंबी उमर, फूल सा हो डगर
लग ना जाए कभी भी किसी की नज़र
लग ना जाए कभी भी किसी की नज़र
कहे खुशबू तिवारी, अपने भैया की प्यारी
कहे खुशबू तिवारी, अपने भैया की प्यारी
रोली अक्षत सजाए बहन आई है
मेरी राखी की डोर कभी हो ना कमज़ोर
भैया दे दो कलाई, बहन आई है

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