ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -2 हाय री तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -2 यधपि भरत तेरो ही जायो, तेरी करनी देख लज्जायो, अपनों पद तैने आप गँवायो। भरत की नजरन में, राम-सिया भेज दइ री वन में, हठीली तैने का
ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हो हमारे करम नेकी पर चले और बदी से टले, ताकी हसते हुये निकले दम ऐ मालिक तेरे बंदे हम बड़ा कमजोर है आदमी, अभी लाखों हैं इस में कमी पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा, तेरी किरपा से धरती थमी दिया तूने हमें जब जनम, तू ही
जनम सफल होगा रे बन्दे,मन में राम बसा ले मन में राम बसा ले,भोले राम आजा राम भोले राम जय राम राम के मोती को,साँसों की माला बना ले मन में राम बसा ले॥ राम पतितपावन करुनाकर और सदा सुखदाता भोले राम आजा राम भोले राम राम पतितपावन करुनाकर और सदा सुखदाता सरस सुहावन, अति
ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम, विनय भरा ह्रदय करे सदा जिन्हें प्रणाम। ह्रदय कमल, नयन कमल, सुमुख कमल, चरण कमल, कमल के तुम तेज पुंज छवि ललित ललाम, ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम॥ राम सा पुत्र ना राम सा भ्राता, राम सा पति नहीं राम सा त्राता। राम सा
आएंगे वो तारण हार बनके तुम्हारे हर लेंगे दुःख पीड़ा कष्ट ये सारे आएंगे वो तारण हार बनके तुम्हारे हर लेंगे दुःख पीड़ा कष्ट ये सारे॥ आएंगे वो तारण हार…………… छाया है भय का जो घोर अँधियारा छाया है भय का जो घोर अँधियारा उनकी कृपा से होगा उजियारा मुख मलिंग सारे मुख मलिंग सारे
ऐसें मेरे मन में विराजिये ऐसें मेरे मन में विराजिये की मै भूल जाऊं काम धाम गाऊं बस तेरा नाम भूल जाऊं काम धाम गाऊं बस तेरा नाम सीता राम सीता राम, सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम, सीता राम सीता राम ऐसें मेरे मन में विराजिये ऐसें मेरे मन में तू चंदा
आन मिलो मोहे राम, राम मेरे। मन व्याकुल है, तन बेसुध है, अँखिओं में आ गए प्राण॥ तुम तो दुःख में छोड़ गए हो, तोड़ के हमसे नाता, मेरे लिए रघुवीर तुम्ही हो पिता बंधू और माता। तुम ही नहीं तो मेरा जीवन आएगा किस काम॥ आन मिलो मोहे राम, राम मेरे… जिस पथ से
आए हैं प्रभु श्री राम, भरत फूले ना समाते हैं। तन पुलकित मुख बोल ना आए, प्रभु पद कमल रहे हिए लाये। भूमि पड़े हैं भरत जी, उन्हें रघुनाथ उठाते हैं॥ प्रेम सहित निज हिय से लगाए, नैनो में तब जल भर आए। मिल के गले चारो भैया, ख़ुशी के आंसू बहाते हैं॥ नर नारी
राम राम राम राम राम राम बोलो राम राम राम राम बोलो राम बोलो राम राम राम राम बोलो राम एक ही नाम जपो सुबह शाम राम राम राम बोलो राम राम राम एक ही नाम जपो सुबह शाम राम राम राम बोलो राम राम राम कौशल्या के प्यारे राम दशरथ राजदुलारे राम धन्य है
अयोध्या का है सुन्दर नजारा। ये तो तीर्थो में तीरथ है प्यारा॥टेक॥ अयोध्या है बड़ा मनभावन। हो ये तो भूमि बड़ी है पावन॥ वह प्रेम की सरयू धारा॥1॥ ये तो तीर्थो में तीरथ है प्यारा…. कोई गंगा में जाकर नहाए। हो कोई सरयू में डुबकी लगाए॥ यहाँ राम घाट है न्यारा॥2॥ ये तो तीर्थो में