जानता है सब हाल तू मेरे, फिर भी आकर द्वार पे तेरे, फरियाद मै करूँगा, फरियाद मै करूँगा, जानता है सब हाल तू मेरे।। ◾️आदि भी तू मध्य भी तू, अंत भी तू अनंत भी तू, भोलेनाथ,,, मेरे नाथ आकर तेरे द्वार, फरियाद मै करूँगा, फरियाद मै करूँगा, जानता हैं सब हाल तू मेरे, फिर
छाई सावन की घटा, कांधे पे कांवड़ उठा, ध्यान चरणों में लगा, चल शिव के द्वारे।। ◾️शिव बड़े दातार है, जाने क्या से क्या करे, भक्त जो महाकाल का, काल से वो क्यों डरे, चल जरा विनती सुना, बिगड़ी अपनी ले बना, कांधे पे कांवड़ उठा, चल शिव के द्वारे। छाई सावन की घटा, कांधे
चंदा सा मुखड़ा ब्राइट, मस्तक पे मून लाइट। श्लोक – नाग विराजे गले में जिनके, सर पर गंग सवार, रूप दिगंबर का धरे, जग के पालनहार, चार वेद और छह शाश्त्रो ने, कहा यही हर बार, देवो के देव महादेवजी, तेरी महिमा अपरम्पार। ◾️चंदा सा मुखड़ा ब्राइट, मस्तक पे मून लाइट, गंगा जी सर पर
गंगा किनारे मंदिर तेरा, भूतो का तू स्वामी है, सारी दुनिया बोले तुझको, बाबा औघड़ दानी है।। ◾️मरघट के पास में डेरा है, क्या अद्भुत तेरा बसेरा है, पीछे में गंग की धारा है, तेरा धाम बड़ा ही प्यारा है, तेरा धाम बड़ा ही प्यारा है, देव तुम्हारी महिमा गाए, माया किसने जानी है, सारी
ओ भोले भाले जग के रखवाले, तेरे जैसा दूजा कोई नहीं, वंदन है मेरा अभिनंदन तेरा, तेरे जैसा दूजा कोई नहीं।। ◾️तूने विश को गले में बसाया, सारे देवो को अमृत पिलाया, देवो के देवा करते हम सेवा, तेरे जैसा दूजा कोई नहीं।। ◾️तू तो बिलकुल ही है भोला भाला, भस्मासुर ने मुसीबत में डाला,
ओ डमरू वाले, जीवन है तेरे हवाले, मैं पापी हो जाऊँ पावन, चरणों में जो बिठा ले, ओ डमरू वाले, जीवन है तेरे हवाले।। ◾️दुनिया का सुख पाकर फुला, नाम तुम्हारा मन से भुला, दिन दुखी का दुःख ना जाना, गाता रहा खुशियो का तराना, आज वही कांटे चुभते है, आज वही कांटे चुभते है,
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है, स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है।। ◾️नैनो में रमे हो तुम, मेरे दिल में बसे हो तुम, तुझे पल भी ना बिसरावउँ, इस तन में रमे हो तुम, मत मुझसे बिछुड़ जाना, ये दास तुम्हारा है, स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है, अरदास हमारी है।। ◾️बिन सेवा किये तेरी,