Category: Shiv Bhajan

निराले दूल्हे में मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा।

निराले दूल्हे में मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में।।  देखो भोले बाबा की अजब है बात,  चले हैं संग ले कर के भूतों की बारात,  सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में।।  है भेस निराला, जय हो पीये भंग का प्याला, जय हो सर जटा चढ़ाये, जय हो तन भसम लगाए,

शिवनाथ तेरी महिमा जब तीन लोक गाये

शिवनाथ तेरी महिमा आ आ, शिवनाथ तेरी महिमा, जब तीन लोक गाये, नाचे धरा गगन तो आ आ, नाचे धरा गगन तो, झूमें दसो दिशाएँ, शिव नाथ तेरी महिमा, जब तीन लोक गाये॥ ◾️तू देव सबसे न्यारा, तुझको नमन हमारा, लाये है तेरे द्वारे, दर्शन की कामनाये, शिव नाथ तेरी महिमा, शिवनाथ तेरी महिमा, पंछी

तन मन की सुध विसर गई हैVerified Lyrics 

तन मन की सुध विसर गई है, सन्मुख भोले नाथ खड़े है, इक टक सारे देख रहे है, पार्वती जी साथ खड़े है। शिव मंदिर में आ पहुंचे है भक्त तुम्हरे भोर हुए, अद्भुत छवि निराली देख के सब आत्म अभिभोर हुए, छू कर इन पावन चरणों को आनंदित हम और हुए, इक टक सारे

शिव शंकर रखवाला मेराVerified Lyrics 

ॐ कर्पुरगौरं करुणावतारं, संसार सारं भुजगेन्द्रहारम, सदा वसन्तं हृदयारविन्दे, भवं भवानी सहितं नमामि। शिव शंकर रखवाला मेरा-२ शिव शंकर रखवाला मेरा, शिव शंकर रखवाला। मंगल कारी नाम है उनका-२ शम्भू भोला भाला, मेरा शिव शंकर रखवाला-२ मेरा शिव शंकर रखवाला। जिनकी महिमा ऋषि मुनि गाये, योगी जिनका ध्यान लगाये-२ मन उनका मतवाला मेरा-२ शिव शंकर

बाबा भोले बाबा भोले भंडारी आये दर पे तेरे पुजारीVerified lyrics 

बाबा भोले बाबा भोले भंडारी आये दर पे तेरे पुजारी जय सोमेष्वर जय भूमेश्वर जय कैलाशी जय अभिलाषी प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला। प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला। अब तो मनो कामना है यह मेरी, जिधर देखूं

जय जय… ज्योतिर्लिंग जय जयVerified Lyrics 

जय जय… ज्योतिर्लिंग जय जय, महाकाल मृत्युंजय जय-२ जय जय… ज्योतिर्लिंग जय जय, महाकाल मृत्युंजय जय-२ शिप्रत उज्जैनी नगरी, पवन तीर्थ धाम जो आए शिव शरण तुम्हारी-२ उसके हो पूर्ण काम-२ जय जय… ज्योतिर्लिंग जय जय, महाकाल मृत्युंजय जय-२ जय जय… ज्योतिर्लिंग जय जय, महाकाल मृत्युंजय जय-२ भसमी को सिंघार सुहाये, भूषण गले भुजंग हो,

चालो रे सखियाँ चलो, हिमालय के द्वारे आज।Verified Lyrics 

चालो रे सखियाँ चलो, हिमालय के द्वारे आज। गोरा बाई रो बींद निरखस्यां गोरो है या कालो राज।। ऐसा कामण म्हारे, शिव बोले ने सोहे राज। शिव भोले ने सोहे, यह तो गोरा बाई ने मोहे राज।।1।। बाघम्बर का वस्त्र पहेरे, अंग विभूति रमावे राज। मस्तक पर तो चन्द्रमा सोहे, जटा में गंगा बिराजे ओ