Category: Shiv Bhajan

शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो।

शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो, शिव मंदिर में शाम हो, शिव करुणा की छैया में, शाम ढले विश्राम हो॥ ◾️साँसों की में ताल पे मेरी, भक्ति शिव शिव गाये, शिव दीवानी रसना को कोई, दूजा गीत ना भाए, जबतक जीवन ज्योत जले, मेरे होठो पे शिव नाम हो, शिव सुमिरण से सुबह शुरू हो,

दूल्हा बन गया भोला भाला गांजा भांग का पिने वाला।

दूल्हा बन गया भोला भाला, दूल्हा बन गया भोला भाला, गांजा भांग का पिने वाला, इसकी आँख नशे में लाल, देखो लंबे लंबे बाल, के दूल्हा कैलाश पर्वत वाला॥ ◾️ना घोड़े ना हाथी, सब पैदल बाराती, ना घोड़े ना हाथी, सब पैदल बाराती, ना संगी ना साथी, इसकी कोई ना जाती, लगता है अनाथ, इसके

बड़ी दूर से चलकर आया हूँ मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए।

बड़ी दूर से चलकर आया हूँ, बड़ी दूर से चलकर आया हूँ, मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए, मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए, एक फूल गुलाब का लाया हूँ, चरणों में तेरे रखने के लिए॥ ◾️ना रंग महल की अभिलाषा, ना इक्छा सोने चांदी की, ना रंग महल की अभिलाषा, ना इक्छा सोने चांदी

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले।

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले, दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले, मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ ◾️फसीं है भवरो में नैया, बिच मजधार हूँ मैं, सहारा दीजिये आकर, की अब लाचार हूँ मैं, उठते नही कदम अब, थक गए है काशीवाले, मैं हूँ शरण

जयती जयती जय काशी वाले काशीवाले देवघर वाले।

जयती जयती जय काशी वाले, काशीवाले देवघर वाले, श्लोक काशीवाले देवघर वाले भोले डमरू धारी काशीवाले देवघर वाले भोले डमरू धारी, खेल तेरे है नाथ निराले शिवशंकर त्रिपुरारी। जयती जयती जय काशी वाले, काशीवाले देवघर वाले, खेल है तेरे नाथ निराले, जय शंभू जय जय शंभू, भोले जय शंभू जय जय शंभू॥ ◾️जो भी तेरा

भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं।

भोले नाथ से निराला कोई और नहीं, गौरीनाथ से निराला कोई और नहीं, ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं।। ◾️उन का डमरू डम डम बोले, अगम निगम के भेद खोले, ऐसा भक्तो का रखवाला कोई और नहीं, भोले नाथ से निराला कोई और नहीं।। ◾️काया जब जब करवट बदले, पाप चमकते अगले पिछले, ऐसा

मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं।

मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं, मेरा भोलेनाथ ऐसा, भक्तो का रखवाला हैं, सचमुच में भोला भाला है, मेरा भोलेनाथ ! ◾️है भांग का रसिया, कैलाश का बसिया, रमिया राम रंग का, है चंद्र मस्तक पर, गले में है विषधर, है धारक गंग का, शरणागत की प्रेम भक्ति का, यही देव मतवाला है, सचमुच

ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।

ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।ॐ। ◾️नागेश्वराये भस्मांगराये, गौरिप्रिराये नमः शिवाय, शशिशेखराये सदासुखाये, कृष्णेश्वराये नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।ॐ। ◾️सनातनाये जटाधराये, त्रिलोचनाये वृषभद्धजाये, नंदीश्वराये विश्वेश्वराये, शिवशंकराये नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय। ◾️मल्लिकार्जुनाये ओमकारशम्भु, त्रियम्भकेश्वर रामेश्वराये, सर्वेश्वराये शिववैधनाथ,

शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा।

शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा, महाकाल की नगरी मे पाउ जनम दोबारा ◾️इस नगरी के कंकर पथर हम बन जाए, भक्त हमारे उपर चड़कर मंदिर जाए, भक्तजनो के पाव पड़े तो हो उद्धार हमारा, बाबा भोलानाथ है हमारा तुम्हारा ◾️जब भी ये तन त्यागु त्यागु क्षिप्रा तट पर , इतना करना स्वामी ओर

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय।

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय, शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय, ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ ◾️जब-जब डोले जीवन नैया शिव की महिमा गाओ, सारे जग के हैं वो रचैया शिव की शरण में आओ, संकट आये कष्ट रुलाए जब जब जी घबराए, ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः