Category: Krishan Bhajan

फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी

फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी। और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी॥ ◾️ टेडा सा मुकुट सर पर रखा है किस अदा से, करुना बरस रही है, करुना भरी निगाह से। बिन मोल बिक गयी हूँ, जब से छबि निहारी॥ ◾️ बहिया गले में डाले जब दोनों मुस्कुराते, सब को

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है। करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥ ◾️ पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है। हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है। करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥ ◾️ तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज की

मेरी लगी श्याम संग प्रीत

मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने -2 मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने -2 क्या जाने कोई क्या जाने -2 मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने -2 मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने -2 ◾️ छवि लगी मन श्याम की जब

मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी मैं तो तुम संग

मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम संग वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला वा रे लंगरवा, होरी के घरवा ◾️ सास ससुर ने नाही डरूंगी, सईया के बोल सब सह लुंगी, होरी खेलूंगी ◾️ ना चाहिए अब महल अटरयिा छोटी सी झोपड़िया में रह लूंगी, होरी खेलूंगी ◾️ ना चाहिए

मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा

मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा। अपनों से हाय कैसा व्यवहार है तुम्हारा॥ ◾️ ढूंढा गली गली में, खोजा डगर डगर में। मन में यही लगन है, दर्शन मिले दुबारा॥ मुरली बजा के मोहना… ◾️ मधुबन तुम्ही बताओ, मोहन कहाँ गया है। कैसे झुलस गया है, कोमल बदन तुम्हारा॥ मुरली बजा के मोहना…

मनमोहना कान्हा सुनो ना तुम बिन पाऊं कैसे चैन

मनमोहना….मनमोहना… कान्हा सुनो ना… तुम बिन पाऊं कैसे चैन… तरसूं तुम्ही को दिन रेन.. छोड़ के अपने काशी- मथुरा आके बसो मोरे नैन यौम बिन पाऊं कैसे चैन…कान्हा… तरसूं तुम्ही को दिन- रैन इक पल उजियारा आये, इक पल अँधियारा छाये, मन क्यूं ना घबराये, कैसे ना घबराये.. मन जो कोई गाना हाँ अपनी राहों

किस से नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद

किस से नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद ◾️ आँखों में ताबे दीद अब बाकी नहीं रहा किससे नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद… ◾️ सारे देवतों का एहतराम भी मेरी निगाह में है किस किस को सर झुकाऊं, तुम्हे देखने के बाद किससे नज़र मिलाऊँ तुम्हे देखने के बाद… ◾️ है लुत्फ़ बस इसी

आओ श्याम जी कन्हैया नंदलाल जी

आओ श्याम जी कन्हैया नंदलाल जी, मेरे प्राणो से प्यारे गोपाल जी। ◾️ दूर देश की रहने वाली, कैसे तुमको पाऊं कौन सुने या दुखिया मन की, किस को व्यथा सुनाऊँ मेरे प्राण सावँरे प्रीतम, मैं पल पल आस लगाऊं कब आवोगे मेरे जीवन साथी, मैं बलिहारी जाऊं अनजाने में अनजाने को दे बैठी दिल

आप क्या जानो ए श्याम सुन्दर

आप क्या जानो ए श्याम सुन्दर, कैसे तुम बिन जिए जा रहें हैं। तेरे मिलने की उम्मीद लेकर, गम के आंसू पिए जा रहें हैं॥ ये जुदाई सहेंगे श्याम कब तक, बिन दर्शन रहेंगे श्याम कब तक। दुनिया से हो गए हैं बेगाने, तेरा नाम लिए जा रहें हैं॥ आप क्या जानों… श्याम सुन्दर कहाँ

जब बिन मांगे मिलता तो बोल के क्या मांगू

जब बिन मांगे मिलता तो बोल के क्या मांगू धन दौलत क्या मांगे मुस्कान है दी तुमने हमे श्याम प्रेमियों की पहचान है दी तुमने जब बिन मांगे मिलता तो बोल के क्या मांगू ◾️ धन दौलत क्या मांगे मुस्कान है दी तुमने हमे श्याम प्रेमियों की पहचान है दी तुमने किस्मत को बनाते हो