मुझे राधे राधे कहने दे, ओ पापी मन रुक जा जरा, रुक जा जरा रे मन रुक जा जरा, मुझे राधे राधे कहने दे, ओ पापी मन रुक जा जरा।। गर्भ में प्रभु से जो वादा किया है, अब तक मैंने ना पूरा किया है, मुझे वादा निभाने दे, ओ पापी मन रुक जा जरा,
मैंने सारे सहारे छोड़ दिए, बस तेरा सहारा काफी है, मुझे चाह नहीं दुनिया भर की, बस तेरा नज़ारा काफी है, मैंने सारे सहारे छोड़ दिए, बस तेरा सहारा काफ़ी है। तेरी चाहत में जग छूट गया, पर तू मुझसे क्यों रूठ गया, मैं डूब रहा भव सागर में-२ बस आना तुम्हारा बाकी है, मैंने
मोहन प्रेम बिना नही मिलता, चाहे कर लो लाख उपाए, मोहन प्रेम बिना नही मिलता। मिले न यमुना सरस्वती में, मिले न गंग नहाए, प्रेम सरोवर में जब दुबे प्रभु की झलक लो खाए, मोहन प्रेम बिना नही मिलता। मिले न पर्वत में निर्जन में मिले न वन वर्माये, प्रेम भाग घुमे तो प्रभु को
आज बृज में होरी रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥ अपने अपने महलों से निकली, कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया। कौन गाँव के कुंवर कन्हैया, कौन गाँव राधा गोरी रे रसिया। नन्द गाँव के कुंवर कन्हैया, बरसाने की राधा गोरी रे रसिया। कौन वरण के कुंवर कन्हैया, कौन वरण राधा गोरी रे
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना मुझे इसका गम नहीं है, बदलेगा यूँ जमाना मेरी जिंदगी के मालिक, कहीं तुन बदल न जाना मुझे रास आ गया… तेरी बंदगी से पहले, मुझे कोण जनता था तेरी याद ने बना दी, मेरी जिंदगी फ़साना
वृन्दावन जाने वालो, वृन्दावन जाने वालो, बांके बिहारी के नाम मेरा पैगाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… पेहले मेरी तरफ से तुम चरणों में शीश झुकाना उनके चरणों में बैठ के मेरा दरदे हाल सुनाना, उनके सजदे में मेरा सलाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… केहना तेरा दीवाना तुम बिन पल पल तेडप रहा है,
गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला हे.. हो आई माखन के चोरों की सेना हो
॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल, नयन कमल अभिराम॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पिताम्बर शुभ साज। जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज॥ ॥चौपाई॥ जय यदुनन्दन जय जगवन्दन। जय वसुदेव देवकी नन्दन॥ जय यशुदा सुत नन्द दुलारे। जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥ जय नट-नागर नाग नथैया। कृष्ण
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, कृष्णा मेरा सुपरस्टार, सूरज चाँद सितारे गाते, नंदलाला की जय जयकार॥ वृन्दावन में है रहता कन्हैया कृष्ण कहे तो कोई बंसी बजैया इसका दरबार… नंदलाला की जय जयकार॥ थोड़ा थोड़ा गोरा थोड़ा थोड़ा काला चंदा मामा से भी प्यारा कहना है हमारा इसके बाल… नंदलाला की जय जयकार॥ गैया चराये कभी
बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी कहाँ छुपे, दर्शन दीजो शरण में लीजो, हम बलहारी कहाँ छुपे। बांके बिहारी कृष्ण मुरारी… आँख मचोली हमें ना भये, जग माया के जाल बिछाये, रास रचा कर बंसी बजा कर, धेनु चारा कर प्रीत जगा कर, नटवर नागर निष्ठुर छलिया, लीला न्यारी कहाँ छुपे। बांके बिहारी कृष्ण मुरारी…