Category: Khatu Shyam Bhajan

मतलब की इस दुनिया से मुझको तो नफरत है,Verified lyrics 

मतलब की इस दुनिया से मुझको तो नफरत है, ओ सँवारे, मुझे तेरी जरुरत है, जैसे जैसे काम तूने किए मेरे बाबा, मैं ही तो बस जानू ये, तेरे सिवा दुनिया में कोई न हमारा, मैं ही तो बस जानू ये, सांवरिया..मैं ही तो बस जानू ये खाटू वाले श्याम धनि से, मुझको मोहब्बत है,

श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया हैVerified Lyrics 

श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है, आजा खाटू वाले तुझको, दास ने बुलाया है, श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है॥ चरणों में बैठ तेरे ज्योत ये जगाई है, राहों में तेरी बाबा पलकें बिछाई है। श्रद्धा और भाव का ये आसन सजाया है, आजा खाटू वाले तुझको, दास ने बुलाया है॥

वो देखो श्याम बाबा नीले चढ़ आया है

भोला भाला मुखड़ा है चाल मतवाली, अपने भक्तो की बाबा करे रखवाली, लाखो दीवानो को सँभालने वो आया है, वो देखो श्याम बाबा नीले चढ़ आया है। श्याम पे भरोसा कर जब तू आया है, याद रख श्याम की नजर में भी आया है, दिल से पुकार दर्शन देने आया है, वो देखो श्याम बाबा

कारोबार मेरो सांवरो चलावेVerified 

कारोबार मेरो, सांवरो चलावे, मेरी बैलेंस शीट, श्याम जी बणावे। इमे कईया घाटों आवे जी… आवे जी। कारोबार मेरो, सांवरो चलावे, मेरी बैलेंस शीट, श्याम जी बणावे। मैं तो कीर्तन में रम जाऊँ, मेरी गद्दी पे बाबो विराजे। म्हणे चिंता फिकर है, क्या की, श्याम बाबा है, जद म्हारे सागे, लेणे देणे को हिसाब, राखे

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू, मैंने सुना तु यार गरीबों काVerified Lyrics 

ये सारे खेल तुम्हारे है, जग कहता खेल नसीबों का। मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू, मैंने सुना तु यार गरीबों का॥ तेरी दीन सुदामा से यारी, हमको ये सबक सिखाती है, धनवानों की ये दुनियां है, पर तु निर्धन का साथी है। दौलत के दीवाने क्या जाने, तु आशिक़ सदा गरीबों का, मैं तुझसे दौलत

श्याम तेरा दर नहीं छूटे चाहे सारा जग रूठे✓ Lyrics Verified 

श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे -3 प्रीत का धागा तुमसे बांधा, जन्म जन्म तक न टूटे श्याम तेरा..आ, दर नहीं छूटे.., चाहे सारा..आ जग रूठे रहमत बरसे, तेरी..इ श्याम, जब तक साँस है, लू तेरा नाम , लू तेरा नाम -2 छोड़ के आया सब की चौखट, अब है सहारा, खाटू

जब फागुन मेला आए,Verified Lyrics 

जब फागुन मेला आए, श्री श्याम ध्वजा लहराये, कोई ये तो बताये मुझे ये काया हुआ है, ओ मेरा दिल क्यों मचला जाये, जब फागुन… रंग रंगीला फागण महीना मेरे मन को भाये, रात या दिन हो हर पल मुझको तेरी याद ही आये, कोई ये तो बताये मुझे ये क्या हुआ है, हो मेरा

घणी दूर से दोड्यो, थारी गाडुली के लार……Verified Lyrics 

घणी दूर से दोड्यो, थारी गाडुली के लार……., गाडी में बिठाले रे… बाबा, जाणो है नगर अंजार… नरसी बोल्यो म्हारे सागे के करसी…. ओढ़न कपडा नाही बैठ सियां मरसि…. बूढ़ा बैल टूटेड़ी गाडी पैदल जावे हार…. गाडी में बिठाले रे बाबा जाणो है नगर अंजार….. ज्ञान दासजी कहवे….. गाडुली तोड़ेला… ज्ञान दासजी कहवे तुमड़ा फ़ोड़ेला…….

सुमिरण करले मेरा मना बीती उम्र हरि नाम बिना।✓ Lyrics Verified 

टेर : सुमिरण करले मेरा मना बीती उम्र हरि नाम बिना। हस्ती दन्त बिना, पंछि पंख बिना, जिमि राहगीर है पथ बिना। वैश्या का पुत्र पिता बिन हिना, जिमि प्राणी हो प्राण बिना।। सुमिरण करले…… धेनु क्षीर नदियाँ नीर बिन, जैसे नारी पुरुष बिना। जैसे तरवर फल बिन सुना, जिमि धरती रहे मेघ बिना।। सुमिरण

या विध गोविन्द भोग लगायो भगत बछल हरि नाम कहायो✓ Lyrics Verified 

शास्त्रों के अनुसार भगवान को आरती के बाद भोग लगाया जाता है। आज हम कृष्ण जी का बहुत ही सूंदर भोग लेके आये है। जो निसंदेह आपको गोविन्द जी के साथ भाव से जोड़ देगा और आपको मन में शांति और श्रद्धा का भाव पैदा करेगा तो आएंगे मेरे साथ इस कृष्णा के भोग को