जब से खाटू आया, खाटूवाला बना मेरा, अपने ना बने अपने, अपने ना बने अपने, इसने पकड़ा हाथ मेरा, जब से खाटु आया, खाटू वाला बना मेरा।। मुफ़लिस में जो सोचा था, ये ना मिल पाएगा कभी, मैं सोच के भूल गया, इसने लिख ही लिया था तभी, मेरी सोच बदल करके, सपना किया पूरा
क्या बैकुंठ क्या स्वर्ग का करना, मुझको जान से प्यारा, खाटू धाम हमारा, हो खाटु धाम हमारा, इसके आगे फीका लगता, है हर एक नज़ारा, खाटु धाम हमारा, खाटु धाम हमारा।। खाटू की धरती पावन, जहाँ बाबा का है बसेरा, मेरा तो स्वर्ग वही पे, जहाँ श्याम धणी का डेरा, इससे सुन्दर कुछ भी नहीं
तू मेरे साथ है, डर की क्या बात है, देगा सहारा मुझको, पूरा विश्वास है, तू मेरे साथ हैं।। विश्वास है बिलकुल पक्का, तू साथ नहीं छोड़ेगा, नैया है बीच भवर में, पतवार नहीं छोड़ेगा, दिल ये उदास है, तुझसे ही आस है, देगा सहारा मुझको, पूरा विश्वास है, तू मेरे साथ हैं।। जब जब
नज़रे जरा मिला ले, ऐ श्याम खाटू वाले…2 अपना मुझे बना ले, नजरें जरा मिला ले… आया शरण में तेरी, फरियाद सुनले मेरी, जल्दी करो सुनाई, किस बात की है देरी, किस बात की है देरी, क्यों ना मुझे संभाले, नजरें जरा मिला ले…. हारे का साथ दे दे, अटकी हुई को खे दे, तेरा
तू ही हमारा एक सहारा, तू ही है नैया मेरी, तू ही किनारा।। देखूं तुम्हे तो चैन आए, तेरे बिन हमको कुछ ना भाए, हरपल जुबा ये मेरी नाम तेरा गाए, तुमसे ही चलता मेरा गुजारा, तू ही है नैया मेरी तू ही किनारा।। सागर है तू तेरे साथ बहेंगे, तू है मेरा तेरे होके
रोये जो श्याम का प्रेमी, उसे श्याम ही धीर बँधाए, जिसे सांवरिया ही रुलाए, उसे कौन कौन हंसाए, उसे कौन कौन हंसाए।। दौलत शोहरत मत मांगो, बस मांगो साथ प्रभु का, कैसी भी कोई घडी हो, हो सर पे हाथ प्रभु का, जो प्रेमी राह से भटके, प्रभु मंजिल तक पहुंचाए, जो प्रभु से हाथ
तेरी कृपा का है ये असर सांवरे, मेरी पहचान है अब तेरे नाम से, लोग कुछ भी कहें मुझको परवाह नहीं, जीवन जीते हैं हम तो बड़े शान से, तेरी किरपा का है ये असर सांवरे, मेरी पहचान है अब तेरे नाम से।। ऐसे मुश्किल भरे मेरे हालात थे, दिल के दरवाज़ों में बंद जज़्बात
तूने खूब दिया सब भक्तों को, अब आज हमारी बारी है, अब आज हमारी बारी है, अब आज हमारी बारी है। थोड़ा-थोड़ा देने से काम ना चले, मुझको तो आज जी भर के मिले बहुत दिनों इन्तजार किया बाबा ने मांगने का मौका दिया ये सोच ले तू, ये जान ले तू, अब आज हमारी…
कृपा का रखना, सर पे मेरे हाथ सांवरे, होती रहे यूँ ही-३, ये मुलाकात सांवरे।। जबसे मिला तेरा दरबार, होती नहीं कोई दरकार, जो चाहूँ वो मिल जाता, ऐसा मिला मुझको दाता, होती रहे तेरी-३, ये करामात सांवरे….हाथ सांवरे।। याद मुझे वो दिन आते, गम की सुबह और रातें, गैरों की क्या बात करूँ, मेरे
हारे का तू है सहारा साँवरे हमने भी तुम को पुकारा साँवरे नहीं और सहा जाये, हम बोल कहाँ जाये हारे का तू है सहारा साँवरे हमें अपनी आँखों से दूर नहीं करना हम रो पड़ेंगे, मजबूर नहीं करना अपनों के सताए है, तेरी शरण में आये हैं हारे का तू है……………………।।1।। हम है कितने