Category: Hanuman Bhajan

माँ अंजनी के लाल सुनले ना मेरी पुकार॥

माँ अंजनी के लाल, सुनले ना मेरी पुकार माँ अंजनी के लाल, सुनले ना मेरी पुकार हो जायेँ भव से पार हम पे कृपा जो तेरी हो॥ माँ अंजनी के…॥ ◾️दरबार तेरा पावन, लगती है शोभा प्यारी। महिमा तेरी है निराली जाने दुनिया सारी। तेरी भक्ति से, तेरी शक्ति से मिट जाते सब जंजाल॥१॥ माँ

मनड़ा रे जे तू बालाजी ने ध्याय सी कष्ट तेरा सगळा कट जायसी

मनड़ा रे जे तू बालाजी ने ध्याय सी कष्ट तेरा सगळा कट जायसी सच्चे मन से तू देख बुलाय सी बजरंग बेड़ो पार लगाय सी बाबो बेड़ो पार लगाय सी मनड़ा रे जेतू बालाजी ने ध्याय सी।। ◾️सालासर रो बाबो सदा सुख बरसावे सँवर जावे बिगड़ी शरण जो आ जावे दुलारो अंजनी को भगता को

बोल राम राम खुश होंगे हनुमान रे पल में बनाएंगे तेरे बिगड़े काम रे।

बोल राम राम, खुश होंगे हनुमान रे, पल में बनाएंगे, तेरे बिगड़े काम रे, तेरे बिगड़े काम रे।। ◾️राम जी के भजन, हनुमान जी को भाए, हनुमान जी को भाए, नाम राम का सुनके, दौड़े दौड़े वो आए, रटते यही नाम, सुबह शाम आठो याम रे, पल में बनाएंगे, तेरे बिगड़े काम रे, तेरे बिगड़े

बिगड़े हरेक काम को उसने बना लिया जिसने भी हनुमान को मन से मना लिया।।

बिगड़े हरेक काम को उसने बना लिया जिसने भी हनुमान को मन से मना लिया।। ◾️अंजनी माँ के लाल की महिमा महान है महिमा महान है कलयुग में पूजे आपको सारा जहान है सारा जहान है एक बार जिसने शीश को एक बार जिसने शीश को दर पे झुका लिया जिसने भी हनुमान को मन

बिगड़ी मेरी बना हनुमान मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।

बिगड़ी मेरी बना हनुमान, बिगड़ी, मेरी बनादे, बिगड़ी… बिगड़ी मेरी बना हनुमान मैँ शरण मेँ तेरी आ गया। तेरी सुनके महिमा अपार मैँ शरण मेँ तेरी आ गया। सुनके, महिमा तेरी, सुनके… ◾️बिगड़ी मेरी बना…॥ लाया हूँ मैँ, दिल मेँ अपने, लगा के लगन तेरे दर्शन की, आँखोँ मेँ आँसू हैँ, भेँट मेरे पास ये

बालाजी से बड़ो ना बलवान कोई मेहंदीपुर के जैसो है ना धाम कोई।

बालाजी से बड़ो ना, बलवान कोई, मेहंदीपुर के जैसो है,ना धाम कोई।। ◾️आके जो भी अर्जी लगावे, हाथों हाथ ही पर्चो पावे, देर होने को ना अठे काम कोई, देर होने को ना अठे काम कोई, मेहंदीपुर के जैसो है, ना धाम कोई।। ◾️सांचो यो दरबार कुहावे, हेरा फेरी काम ना आवे, चाहे निर्धन हो

एक तमन्ना जीवन की मैँ दर्शन तेरे पा जाऊँ।

एक तमन्ना जीवन की मैँ दर्शन तेरे पा जाऊँ। एक तमन्ना जीवन की मैँ दर्शन तेरे पा जाऊँ। मेरी लगन कम न होगी चाहे कितने ही कष्ट पाऊँ। बाबा दर पे तेरे आऊँ, हर पल तेरे गुण गाऊँ॥ एक तमन्ना… बाबा दर… मैँ भटका जीवन सागर मेँ बजंरग तुझको भुलाया। जब सूझा नहीँ किनारा तो

बाला सा थाने कोण सजाया जी म्हारे मनड़ो हर लीनो थारी सूरत मतवारी।

बाला सा थाने कोण सजाया जी, म्हारे मनड़ो हर लीनो, थारी सूरत मतवारी।। श्लोक – उत्सव आप को आ गयो, खूब सज्यो शृंगार, वीर बजरंगी मैं आपकी, लेउँ नज़र उतार। ◾️बाला सा थाने कोण सजाया जी, म्हारे मनड़ो हर लीनो, थारी सूरत मतवारी, म्हारे मनड़ो हर लीनो, थारी सूरत मतवारी।। ◾️थारे हाथ में घोटा, लाल

बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।

बाबा का दरबार सुहाना लगता है, बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।। ◾️हमने तो बड़े प्यार से कुटिया बनायीं है, कुटिया में बाबा तेरी मूरत सजाई है, अच्छा हमें तुमको सजाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।। ◾️रंग बिरंगे फूलो की लड़िया लगे प्यारी, बालाजी

बजरंग म्हारो सालासर वालो राम का सेवक अंजनी को लालो

बजरंग म्हारो सालासर वालो राम का सेवक अंजनी को लालो ज्योत जगावा थारी आज ज्योत जगावा थारी आज ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।। ◾️प्रेम से थारी ज्योत जगावा नारियल चूरमो भेंट चढ़ावा थारी करा रे मैं तो मनुहार ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।। ◾️आज दरबार में धूम मची है नाच नाच गावा म्हारे मन में