मारवाड़ी में :Guru Dev Jagave Sutoda Jago hit lyrics गुरु देव जगावे, सूतोड़ा जागो। राम जी रा भजना सु, कइया भागो। राजाराम जी रा, भजना सु, कइया भागो। काई रे काम करवा, भेज्यो रे राम जी। काई काम करण, थारो मन लागो। राम जी रा भजना सु, कइया भागो। गुरु देव जगावे, सूतोड़ा जागो। रामजी
जदो याद गुरूजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया कतिया ना जावे पुणिया-2 जदो याद गुरूजी थोडी आवे जदो याद बाबाजी थोडी आवे कतिया ना जावे पुणिया। कत-कत पुणिया में दरियाँ बनोनी आ-2 सारी सँगत दे में हेट बिछोनिआ जरा किथे मिटी ना लग जावे कतिया ना जावे पुणिया। जदो याद
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। करूणानिधि नाम तेरा, करुन दिखलाओ तुम, सोये हुए भाग्यो को, हे नाथ जगाओ तुम। मेरी नाव भवर डोले, इसे पार लगा देना, गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना। जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा जय गुरुदेवा, जय गुरुदेवा तुम सुख के सागर हो,
तेरी सब दुविधा मिट जाये, अँखिया खोल गुरु को देख। ये मंदिर मेरा किसने बनाया, ये मंदिर मेरा रब ने बनाया, रब ने लिख दिया लेख, अँखिया खोल गुरु को देख। इस मंदिर में कोण जो रहता, ब्रह्मा विष्णु महेश, अँखिया खोल गुरु को देख, तेरी सब दुविधा मिट जाये, अँखिया खोल गुरु को देख।
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई हुई या, मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी, मैं कर्मा तो शरमाईं हुई या, मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई हुई या। जो दर तेरे ते आजांदा, ओह असल खजाने पा जांदा, मैंनू वी खाली मोड़ी ना, मैं वी
काया नगर रे बीच में रे, लहरिया लम्बा पेड़ खजूर। चढे तो मेवा चाखले रे, पड़े तो चकना चूर। भजन में खूब रमणा रे, लहरिया हरी सू राखो हेत। प्याला भर-भर पीवणा रे, लहरिया लागी हरि सूं डोर॥ शब्द कटारी बाकड़ी रे, लहरिया गुरु गमरी तलवार। अविनाशी री फौज में रे, कदे नहीं आणो हार।
तर्ज:- खाटू को श्याम रंगीलो जी… पितरां की शान निराली जी, पितरां की पितरां की सकलाई ठाडी घर-घर मायँ रुखाली जी, पितरां की, कोई (2) घर मँ दयो पितरां ने वासो पैण्डै मांहि दिवलो चासो ज्योति बड़ी महरां वाली, पितरां की, कोई(2) पितरां को है वास सुहाणो पितरां नै नही कदै भुलाणो पूजा सुख देणै
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में। हृदय में माँ गौरी लक्ष्मी, कंठ शारदा माता है, जो भी मुख से वचन कहे, वो वचन सिद्ध हो जाता है। है गुरु ब्रह्मा, है गुरु विष्णु, हे शंकर भगवान आपके चरणो में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में। जन्म के दाता मात
गुरु गोविन्द दोउ खड़े, काके लागूं पाँय, गुरु गोविन्द दोउ खड़े, काके लागूं पाँय, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय, कबीरा, गोविंद दियो बताय… बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर, बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर, पंथी को छाया नहीं फल लागे अति दूर, कबीरा, फल लागे अति दूर… ऐसी बानी
ले गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, ये जग का पालनहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है। तारीफ़ क्या करू, उस दीन-दाता की, दयालु नाम है, दीन दुखियो के, दामन को भर देना, गुरु का काम है, लाखो की तकदीर, लाखो की तकदीर, बस मालिक ने संवारा है, ले