तेरी छाया में तेरे चरणो में, मगन हो बैठु तेरे भक्तों में॥ तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है-२ जिंदगी मिलती है रोतो को हसी मिलती है॥ तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है-२ जिंदगी मिलती है रोतो को हसी मिलती है॥ एक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है-२ हर एक जुबां तेरे
तेरे खेल निराले री माँ लाल चुंदडी आली माँ लाल चुंदडी आली, माँ लाल चुंदडी आली तेरे खेल निराले री माँ लाल चुंदडी आली तेरे खेल निराले री माँ लाल चुंदडी आली तू रह पर्वत के ऊपर -2 वो उसकी किस्मत सुपर, जो दर्शन पा ले री माँ लाल चुंदडी आली तेरे खेल निराले री
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे… 2 हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ । हे दरबारा वाली आरती जय माँ, ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ काहे दी मैया तेरी आरती बनावा… 2 काहे दी पावां विच बाती मंदिर विच आरती जय माँ । सुहे चोले वाली आरती जय माँ,
करुणा का है रूप भगवती, माँ की महिमा अनुपम है -2 अष्ट भुजी जगदम्बे माता सर्व श्रेठ सरवोत्तम है करुणा का है रूप भगवती, माँ की महिमा अनुपम है सब का करती पालन तू माँ सबको करती प्यार आपार माँ तेरु गरिमा निराली करे बच्चो को भव से पार जिसने जाना तुझे हर्दय से करती
जैकारा शेरोंवाली का बोल सांचे दरबार की जय दुर्गा है मेरी माँ, अंम्बे है मेरी माँ दुर्गा है मेरी माँ, अंम्बे है मेरी माँ…2x ओ बोलो जय माता की, जय हो ओ बोलो जय माता की, जय हो जो भी दर पे आये, जय हो वो खली न जाये, जय हो सब के काम हैं
दोहा: माता जिनको याद करे, वो लोग निराले होते हैं। माता जिनका नाम पुकारे, किस्मत वाले होतें हैं। चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है। ऊँचे पर्वत पर रानी माँ ने दरबार लगाया है। – चलो बुलावा…. सारे जग मे एक ठिकाना, सारे गम के मारो का, रास्ता देख रही है माता, अपने आंख
खडगम चक्र गदेशु चाप परिघन शूलं बुशुंडीम शिरः शंखं संडा धातिम करे स्त्रिनयनम सर्वांगा भूषापतन जय माँ काली जय माँ काली जान चाहे लेनी पड़े जान चाहे देनी पड़े बली हम चढ़ाएंगे जय काली जय काली नाश दुष्ट का करने वाली…2x जय माँ काली जान चाहे लेनी पड़े जान चाहे देनी पड़े बली हम चढ़ाएंगे
जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी माँ शेरा वालिये, तेरा शेर आ गया। अपने खून से नहलाने, तेरा बेटा आ गया। माँ शेरा वालिये, तेरा शेर आ गया, अपने खून से नहलाने, तेरा बेटा आ गया जय माता दी, जय माता दी, जय