दया करो माँ दया करो अब तो मुझ पर दया करो-२ देर भई बड़ी देर भई युं ना देर लगाया करो दया करो माँ दया करो, अब तो मुझ पर दया करो-२ मुद्दत हो गई हाथ पसारे, अभी सुनी फरियाद नहीं-२ माँ जग जननी इन बच्चो की, आई तुम्हे क्यों याद नहीं-२ हम हैं बड़े
रंग चढ़ गया माँ दा लाल, अज ते कमाल हो गई। कमाल हो गई जी कमाल हो गई, रंग चढ़ गया… मैया वाला रंग किसे किसे नु है चडदा ओहियो तर जांदा, जेह्डा पल्ला माँ दा फडदा, मैं ते हो गई मालो-माल, अज ते कमाल हो गई रंग चढ़ गया माँ… दुनिया ता दाती मेनू
तेरी हम करते हैं पूजा संकट हर जाओ, भगतो पे माँ लक्ष्मी कृपा कर जाओ, तेरी हम करते हैं पूजा संकट हर जाओ। कष्ट कलेश मिटाओ मैया, सुख समर्धि लाओ मैया, घन की हो जाए वर्षा हाथ माँ धर जाओ, भगतो पे माँ लक्ष्मी कृपा कर जाओ, तेरी हम करते हैं पूजा संकट हर जाओ।
श्री महावीर् अमर संकीर्तन मंडल शहर के प्राचीनतम भजन मंडलों में से एक है जिसकी प्रथम कार्यकारिणी का गठन वर्ष 1952 में किया गया था। तब से यह मंडल श्री राम नाम के जाप, बालाजी महाराज के प्रचार में लगा हुआ है इसके साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों और सामाजिक कार्यों में इसका सराहनीय योगदान रहा है।
धुप समय की लाख सताये, मुझमे हिम्मत बाकी है-२ मेरा सर ढकने को माई, तेरी चुनर काफी है, क्या मांगे वो बेटा जिसने, माँ की ममता पाई है, एक तरफ है ये जग सारा, एक तरफ मेरी माई है, क्या मांगे वो बेटा जिसने, माँ की ममता पाई है, एक तरफ है ये जग सारा,
जयकारा शेरावाली दा, बोल साँचे दरबार की जय… त्रिशूल पे तेरे धरती थमी है, मैया ऋणी है ये दुनिया तेरी, धूं धूं जले बस्तियां पाप की माँ, ज्वाला सी देहके जो बिंदिया तेरी… ज़ालिम अगर शक्तिशाली है तो क्या, सच तोड़ देता है फौलाद को, मैया जो दो-दो जने शेर तूने, वो चीर डालेंगे अपराध
मेरी लक्ष्मी माता आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली, मेरी लक्ष्मी माता आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली। मैया घी का दीप जलाया, ये जगमग ज्योति जली जली, मेरी लक्ष्मी माता आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली। मैया अंगना सोहणा सजाया, फूलों की बिखेरी कली कली, मेरी लक्ष्मी माता आजा, तेरे भक्त
Singer Name : singer : अज्ञातप्रेम का धागा, तुमसे बांधा, कभी टूटे ना, चाहे जग रूठे मेरी मैया तू रूठे ना।।टेर।। ना धन दौलत ना ही शोहरत ना ही कोई खज़ाना दिल ये चाहे लगा रहे बस दर पे आना जाना तार जुड़े जी दर पे तेरे कभी टूटे ना।।१।। मोह के बंधन टूट गए
हो रही धन की बरसात देखो जी धनतेरस आई है-२ माता लक्ष्मी को संग लाइ घर घर में खुशहाली छाई, धनतेरस की महिमा सभी देवो ने गाई है, हो रही धन की बरसात देखो जी धनतेरस आई है।। जिस घर आये लक्ष्मी माता, लक्ष्मी माता हो लक्ष्मी माता, वो घर तो कंचन हो जाता, कंचन