Singer Name : singer : NAमेरे काम जरूरी, लंका माई जावन दे। आज मेरे बोहोत जरूरी लंका माई जावन दे। रामचन्द्र जी गी सीता नारी। हर ले गयो रावण बलकारी। रामचन्द्र जी माई विपदा डारि, विपद हटावन दे।। मेरे काम जरूरी, लंका माई जावन दे। आज मेरे बोहोत जरूरी, लंका माई जावन दे। इसका काम
घुमा दे मारा बालाजी, घमड़ घमड़ घोटो। माँ अंजनी रा लाल थारो, नाम जगत में मोटो। रामचंद्र के पायक थारो नाम जगत में मोटो। सियाराम के चरण बिराजो, कहे नित जगरातो घुमा दे मारा बालाजी … लाल लंगोटो सोवे बग़ल में, हाथ में राखो घोटो। लाडु-पैड़ा रो भोग लगावा, बाजरियों रो रोटो। घुमा दे मारा
यकीन हो पक्का, मन हो सच्चा, ऐसे विश्वास से जब हम आने को तत्पर हैं दरबार में। बालाजी के पावन दरबार में हमें आनंद और शांति की अनुभूति होती है। वहाँ हमें दिव्यता और ध्यान का महसूस होता है, जैसे कि भगवान की प्रत्यक्षता हमारे सामने है। हम प्रणाम करते हैं उनकी आगे, विश्वास के
हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम, तेरे नाम से शुरू, तेरे नाम पे खत्म।। तेरे चलते बनी मेरी पहचान सावरे, वरना गली गली में घूमते. हो हो.. आे, वरना गली गली में घूमते, हम बनके बावरे अब उठेगा तेरी राहो में जो, मेरा हर कदम, तेरे नाम से शुरू… हाथ जोड़ कर मांगता
ओ बाबा … हए ओ बाबा, तुमसे नहीं है, कोई शिकवा गिला-2 मुझको, जो कुछ मिला हो.. ओ .. मुझको, जो कुछ मिला हो, तेरे दर से मिला ओ बाबा … बन के मन का मीत, मेरे मुझको मिला तू तुमने पोंछ डाले, मेरी अँखियो के आंसू।-2 ओ बाबा हायए … ओ बाबा, सर पे
रंग दे रे हनुमान, राम रंग रंग दे रे रंग दे अंजनी के लाल, राम रंग रंग दे रे रंग दे रे हनुमान राम रंग रंग दे रे राम के रंग में ऐसा रंग रंग दे भक्ति भाव का मुझको रंग दे मैं तो जपूँ सुबह और शाम राम रंग रंग दे रे हाँ रंग
इतनी किरपा बालाजी, बनाये रखना, मरते दम तक सेवा में, लगाये रखना।। तू मेरा मैं तेरा बाबा, तू राजी मैं राजी (बाबा तू राजी..) तेरे नाम पे लिखदी मैंने, इस जीवन की बाजी (बाबा इस जीवन..) लाज तुम्हारे हाथ है, बचाए रखना, मरते दम तक सेवा में, लगाये रखना, इतनी किरपा बालाजीं, बनाए रखना, मरते
सालासर दे बालाजी किस नु ना खाली मोड दे तुसी भग्ता दी शान बालाजी। तुसी चन्न तो भी प्यारे हो तुहानु अस्सी की दसिये साड्डी अंखिया दे तारे हो। दरबार हजारा ने पर तुहाड़े दर वरगा कित्थे होर ना नज़रा वे। कानू लारे लायी जाने ओ अस्सी तुआढ़े अपणे आ कानू चक्कर चे पाई जाने
छोटो सो बान्दर हद करग्यो सवामणि का लाड्डू सारा चट करिगयो।। चोरी-चोरी चुपके-चुपके आयो बाबो रात न पूछ गे मरोड़ी देगे, चक ली परात ने। आप आला काम, फटा फट करिगयो सवामणि का लाड्डू सारा चट करिगयो।। छोटो सो बान्दर हद करग्यो सवामणि का लाड्डू सारा चट करिगयो-2 ।। सावा मणि लाडू लाओ, पूरा-पूरा तोल