पिछम धरां सूं म्हारां पीर जी पधारियाँVerified Lyrics
Picham Dhara Su Mhara Peer Ji Padhariya
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Singer(गायक): Prakash Mali
चार खूंट और चौदह भवन में हो रही जय जयकार
जग मग जग मग जोतां जागे, जय हो नेजा थारी,
पिछम धरां सूं म्हारां पीर जी पधारियाँ,
पिछम धरां सूं म्हारां बाप जी पधारिया,
घर अजमल अवतार लियो,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में बाबा होवे थारी आरती।
गंगा रे जमुना बहवे सरस्वती,
जठै बाबो रामदेव सिनान करें,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
वीणा रे तंदूरा थारे, नौबत बाजें,
झालर री झणकार पड़े
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
दूरां रे देसा रा बाबा,
आवे थारें जातरी,
दरग़ाह माथे नीवण करे,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
खम्मा म्हारां बापजी ने सारो जुग धियावे,
अन्नदाता रो पार कोनी पावे जियो,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
केसर कंकुरा बाबा भरिया चौपड़ा,
रामदेव बाबो तिलक करे,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
आंधलियाँ ने आंख्यां देवे, पांगलिया ने पाँव जी
बाँझनियाँ रा पालना झुलावे जियो,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती।
हरी री चरणों में भाटी हरजी यूँ बोलिया,
नव रे खण्डों में नीसाण घूरे,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में रामा होवे थारी आरती,
पिछम धरां सूं म्हारां पीर जी पधारियाँ।
पिछम धरां सूं म्हारां बाप जी पधारिया,
घर अजमल अवतार लियो,
लाछां सुगणा उतारे हरी री आरती,
हरजी रे भाटी चँवर ढोळे,
बैकुण्ठा में बाबा होवे थारी आरती।