राम दीवाने बजरंगी, की महिमा गाएगा, हनुमान की किरपा से, तू मौज उड़ाएगा, मनाले महावीर को प्यारे, जगाले तक़दीर को प्यारे।। ◾️सेवक है ये राम का, राम भजन करने वाला, तेरी सारी चिंता को ये, दूर करे अंजनी लाला, तेरे कष्ट मिटाए, बजरंगी, भव पार लगाए, बजरंगी, जब जब याद करेगा अपने, पास ही पाएगा,
शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो, शिव मंदिर में शाम हो, शिव करुणा की छैया में, शाम ढले विश्राम हो॥ ◾️साँसों की में ताल पे मेरी, भक्ति शिव शिव गाये, शिव दीवानी रसना को कोई, दूजा गीत ना भाए, जबतक जीवन ज्योत जले, मेरे होठो पे शिव नाम हो, शिव सुमिरण से सुबह शुरू हो,
सजा है दरबार तेरा हे पवन कुमार तेरा सजा है दरबार तेरा जय हो हे पवन कुमार तेरा जय हो सजा है दरबार तेरा जय हो हे पवन कुमार तेरा जय हो अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ बजरंगी क्या तेरी बात बात तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा शिखर लहराए ◾️सजा है दरबार तेरा हे
दूल्हा बन गया भोला भाला, दूल्हा बन गया भोला भाला, गांजा भांग का पिने वाला, इसकी आँख नशे में लाल, देखो लंबे लंबे बाल, के दूल्हा कैलाश पर्वत वाला॥ ◾️ना घोड़े ना हाथी, सब पैदल बाराती, ना घोड़े ना हाथी, सब पैदल बाराती, ना संगी ना साथी, इसकी कोई ना जाती, लगता है अनाथ, इसके
महिमा निराली देखो मेहंदीपुर धाम की जहा पर विराजे झांकी बालाजी सरकार घाटे वाले बाबा की है दुनिया पुजारी रे वो देखो वो देखो वो देखो ◾️बड़े ही कमाल के है शिव अवतारी रे महिमा निराली देखो मेहंदीपुर धाम की जहा पर विराजे झांकी बालाजी सरकार घाटे वाले बाबा की है दुनिया पुजारी रे वो
नित प्रेम की गंगा बहती है बाला जी तुम्हारे चरणों में नित प्रेम की गंगा बहती है बाला जी तुम्हारे चरणों में फल मिलता है सब तीर्थो का बाला जी तुम्हारे चरणों में ◾️मैं जनम जनम से भटका हूँ अब शरण तुम्हारी आया हूँ हम भूले भटके जीवो का कल्याण तुम्हारे चरणों में नित प्रेम
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ, बड़ी दूर से चलकर आया हूँ, मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए, मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए, एक फूल गुलाब का लाया हूँ, चरणों में तेरे रखने के लिए॥ ◾️ना रंग महल की अभिलाषा, ना इक्छा सोने चांदी की, ना रंग महल की अभिलाषा, ना इक्छा सोने चांदी
मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में बाला जी के मंदिर में मैं सारी खुशियाँ पा गया बाला जी मंदिर में मैं सारी खुशियाँ पा गया बाला जी मंदिर में बाला जी बड़े कमाल मैं तो हो गया माला माल मेरी चांदी चांदी हो गयी मैं सोया भाग्य जग गया बाला
उत्सव बाबा को है आयो, मनड़ो भक्ता को हर्षयो उत्सव बाबा को है आयो, मनड़ो भक्ता को हर्षयो आओ सालासर सरकार, सभी मिल थारी करा मनुहार सभी मिल थारी करा मनुहार।। फूलों से थाल सजावा, चूरमे को भोग लगावा थारी मै आरती गावा, फुला से थाल सजावा चूरमे को भोग लगावा, थारी मै आरती गावा
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले, दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले, मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ ◾️फसीं है भवरो में नैया, बिच मजधार हूँ मैं, सहारा दीजिये आकर, की अब लाचार हूँ मैं, उठते नही कदम अब, थक गए है काशीवाले, मैं हूँ शरण