आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण, रहे तुझ में मगन, थाम के यह चरण। तन मन में भक्ति ज्योति तेरी, हे माता जलती रहे॥ उत्सव मनाये, नाचे गाये, चलो मैया के दर जाएँ। चारो दिशाए चार खम्बे बनी हैं, मंडप में आत्मा की चारद तानी है। सूरज भी किरणों की माला ले आया, कुदरत ने
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे, होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे… छोटो सो कन्हैयो मेरो बांसुरी बजावे, यमुना किनारे देखो रास रचावे, पकड़ी राधे जी की बइयाँ, देखो घूमर घाले, होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे। मीठी मीठी मेरे… छम छम बाजे देखो राधे की पैजनियाँ, नाचे रे कन्हैयो मेरो छोड़
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ . हे पावन परमेश्वर मेरे मन ही मन शरमाऊं .. तूने मुझको जग में भेजा निर्मल देकर काया . आकर के संसार में मैंने इसको दाग लगाया . जनम जनम की मैली चादर कैसे दाग छुड़ाऊं .. निर्मल वाणी पाकर मैने नाम न तेरा गाया . नयन
तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे, तुम्हारी कसम ज़िंदगी मिल गई, हमें देखने वाला कोई न था, तुम जो मिले बंदगी मिल गई, बचाते ना तुम डूब जाते कन्हैया, कैसे लगा…ते-किनारे पे नैया, गमें ज़िंदगी से परेशान थे, रोते लबो को हंसी मिल गई, समज के अकेला सताती है दुनिया, सितम पे सितम हम पे… ढाती
भर दे रे श्याम झोली भर दे भर दे, ना बहलाओ बातों में….।।1।। दिन बीते, बीती रातें, अपनी कितनी हुई रे मुलाकाते, तुझे जाना, पहचाना, तेरे झुठे हुए रे सारे वादे, भूले रे श्याम तुम तो भूले, भूले, क्या रखा हैं वादों में, भर दे रे…… ।।2।। नादान हैं, अंजान हैं, श्याम तू ही तो
जिसने तुझे भुलाया, उसने है सब गवाया, आयी है जब मुसीबत, कोई न काम आया। दुनिया बनाने वाले, मेरा वजूद क्या है, कर्जे की चंद साँसे, उसपे भी हक़ तेरा है। तूने धड़कने जो छीनी, सब ने किया पराया, जिसने तुझे भुलाया, उसने है सब गवाया। आकर जहाँ में तेरे, तेरे प्यार को न जाना,
ॐ नमः शिवाय ओम नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय शिवाय नमः शिवाय, तीन शब्द में दृष्टि सारी, सृष्टि सारी समायी, ॐ नमः शिवाय ओम नमः शिवाय… पर्वत पर्वत क्यों चढ़े नदी पर क्यों जाये, पर्वत पर्वत क्यों चढ़े नदी पर क्यों जाये, जो मिलना है यही है, जिन खोजे
Song: Thare Vaaste Movie: Parmanu Singer: Divya Kumar Lyrics: Vayu Music: Sachin-Jigar जोश में जला, ज़लज़ला चला अब रुकेंगे ना हम, डर मिटा चला सर उठा चला, अब झुकेंगे ना हम-II ओ थारे वास्ते रे माडी रे जान लगा देंगे हम थारे वास्ते रे माडी रे दुनिया हिला देंगे हम जोश में जला, ज़लज़ला चला
नाम तेरे दी चढ़ गई मस्ती, भूल गई सानू अपनी हस्ती, मस्ती दे विच तन मन रंगना, अपनी भूला के हसती, डम डम वजे गुरुआ दा डमरु… सबना दे दुख हरदा जावे, सबदी झोली भरदा जावे, तुसी रहमत वाला दातया, हथ मेरे सिर उते रखया, डम डम वजे गुरुआ दा डमरु… गल्ल विच है हारा
हम तो आए हैं बाबा रूनीचा गांव में प्यार की छाव मे बैठाए रखना रामापीर रामापीर क्या कहूँ मैं बाबा मेरे चाहूँ पाऊं नित दर्शन तेरे गंगा-जमुना-सरस्वती बहे रामदेव आप स्नान करे रामापीर रामापीर तुमने ना जाने यहाँ कितनो को तारा हर कोई लगता यह देखो दिवाना तुम ही से शुरू तुम ही पे कहानी