अजी मैं तो राम ही राम, भजूँ री मेरे राम… राम ही पार लगावेंगे.. जल थल गगन मण्डल में राम राम ही पार लगावेंगे.. तन मोरा राम, मन मोरा राम तन मोरा राम, मन मोरा राम.. मोरा कण-कण हो.. राम ही राम राम ही पार लगावेंगे। बाहर राम, भीतर राम बाहर राम, भीतर राम.. मोरा
अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती, तो ममतामयी माँ कहाई ना होती-२ द्वारे पे आए माँ हमको निहारो, सोई हुई तक़दीर संवारो-२ अगर माँ की ज्योति जलाई ना होती। तो ममतामयी माँ कहाई ना होती-२ अगर मां ने ममता… हमें क्या पड़ी है हम तुम्हे मनाए, हमारा तो हक़ है की हम रूठ जाए-२
ख़याल जब भी तुम्हारा, मेरे श्याम आए, कँपकँपाते हुए लब पे, तुम्हारा नाम आए। जब कभी जिक्र तेरा सुनकर, आँख भर आएं, तेरी तस्वीर से लिपटकर, मुझे आराम आए। बाबा, ओ बाबा,इतनी कृपा मैं तेरी पाता रहूं, तू खाटू बुलाता रहे, और मैं आता रहूँ। बाबा, ओ बाबा, इतनी कृपा मैं तेरी पाता रहूं, तू
बाबा मेरा काम करोगे, बोलो क्या लोगे, सिर पर हाथ धरोगे, बोलो क्या लोगे, छोटी सी है नाव मेरी ओ बाबा जी, इसको पार करोगे, बोलो क्या लोगे, बाबा मेरा काम करोगें, बोलो क्या लोगे।। ये जीवन चार दिन का है, तुम्हारा साथ क्या मांगे, बड़ी छोटी सी जिंदगानी, तुम्हारा हाथ क्या मांगे, लम्बी उम्र
मैं हिमाचल की बेटी मेरा भोला बसे काशी, सारी उम्र तेरी सेवा करुँगी बनकर तेरी दासी। शम्भू शिव शिव शिव शिव शम्भू शम्भू शिव शिव शिव शिव शम्भू ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया। बोल बम बोल बम… ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया। सारा
एक तमन्ना माँ है मेरी, दिल में बसा लूँ सूरत तेरी, हर पल उसीको निहारा करूँ, मईया मईया मुख से उचारा करूँ। रोज सवेरे उठ कर मैया, तुझको शीश नवाऊँ मैं। प्रेम भाव से भांति-भांति का, नित श्रृंगार सजाऊँ मैं। हाथों से आरती उतारा करूँ, मैया-मैया मुख से उचारा करूँ। इस तन से जो काम
जिसके हृदय में हरि सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा॥ सच्ची धारणा से प्रह्लाद ने जो ध्याया था, खम्बे से हरि जी का दर्शन पाया था, कहते है जिसको दर्शन होगा, (कहते है जिसको दर्शन होगा) उसका सफल क्यों ना जीवन
है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे पिया है भंग बजी है बिट, चढ़ी है मस्ती गायेंगे गीत, छोड़ के सारी फिकरा, खुशियाँ बाँटेंगे। है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे दुल्हन बनी है गौर मैया, नंदी पे हैं शंकर… शम्भो
जिस घर में कीर्तन राम रो बाबो आवे दौड़ो, बाबो आवे दौड़ो अरे रे बजरंग आवे, भाई रे हनुमत आवे दौड़ो, जिस घर में… जिस घर में कीर्तन प्रेम रो बाबो आवे दौड़ो 1. पवन री चाल चाले, वीर हनुमान चाले, भक्ता री सुनकर के आवे पुकार (बोलो बजरंग बलि की जय ) राम जी